विवादो में रहने वाले भूमाफिया पप्पू यादव समेत अन्य रसूखदार और नामचीन पर आरोप लगाकर महिला आत्महत्या मामले में पुलिस ने किया अपराध दर्ज…
बिलासपुर–बिलासपुर शहर के कुख्यात जमीन दलाल पप्पू यादव उर्फ अश्वनी यादव के खिलाफ गंभीर आरोपों की फेहरिस्त में एक और मामला जुड़ गया है। आरोपित पर महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाकर आत्महत्या कर ली है। कुछ माह पहले पप्पू उर्फ अश्वनी एक रेस्टोरेंट में तलवार लेकर घुसने का कदम उठाया, जिससे वहां मौजूद लोग बुरी तरह भयभीत हो गए थे। पप्पू यादव का नाम पहले से ही कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है, जिसमें जबरन जमीन कब्जाना, धमकी देना जैसे संगीन अपराध प्रमुख हैं। आसपास के लोग उसकी बढ़ती गुंडागर्दी से बेहद परेशान हैं, लेकिन अब तक उसके खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।
तलवार लेकर रेस्टोरेंट में घुसने की घटना
कुछ दिन पूर्व की इस घटना ने पूरे इलाके में खौफ का माहौल पैदा कर दिया है। पप्पू यादव अचानक शहर के एक प्रमुख रेस्टोरेंट में तलवार लेकर घुस गया और वहां हंगामा खड़ा कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यादव गुस्से में था और तलवार को हवा में लहराते हुए लोगों को डराने का प्रयास कर रहा था। जब रेस्टोरेंट में कई ग्राहक और कर्मचारी मौजूद थे। इस घटना से लोग इतने भयभीत हो गए कि उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी, लेकिन यादव मौके से फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली और जांच शुरू कर दी थी।यादव की इस तरह की हरकतें पहली बार नहीं हैं। वह पहले भी कई मामलों में पुलिस की नजर में आ चुका है, लेकिन उसकी पकड़ इतनी मजबूत है कि वह कानून के शिकंजे से बच निकलता है।
जमीन कब्जाने और धमकाने के आरोप
जानकारों की माने तो पप्पू यादव का नाम जमीन कब्जाने के मामलों में लंबे समय से सामने आता रहा है। वह न केवल आम लोगों की जमीनों पर कब्जा करता है, बल्कि विरोध करने वालों को खुलेआम धमकाता भी है। कई पीड़ितों का कहना है कि यादव जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करता है और यदि कोई इसका विरोध करता है, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है। इससे इलाके के लोग उसके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई करने से डरते हैं।
आरोपित खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है, लेकिन उन शिकायतों पर अब तक कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस और प्रशासन पर यादव के प्रभाव की वजह से उसे अभी तक किसी मामले में गंभीर सजा नहीं मिल पाई है।
सट्टेबाजी में भी नाम आया सामने
वहीं जानकार बताते है की पप्पू यादव का नाम न केवल जमीन कब्जाने के मामलों में आता है, बल्कि वह सट्टेबाजी जैसे अवैध धंधे में भी संलिप्त है। कुछ दिनों पूर्व मध्यप्रदेश के एक सट्टेबाज पर पुलिस की नजर थी। आरोपित पुलिस के शिकंजे में आने से पहले भाग निकला। इधर पुलिस की पूछताछ में पता चला कि सट्टेबाजी के आरोपित का संबंध पप्पू यादव से रहा। हालांकि मामला दब गया।
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
पप्पू यादव की गुंडागर्दी और अपराध की वजह से आसपास के लोग बेहद परेशान हैं। कई लोगों ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि वे हर समय डर में जी रहे हैं। उनकी जमीन और संपत्तियों पर यादव की नजर है, और वे जानते हैं कि अगर उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्हें इसका गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा।
पुलिस पर उठ रहे सवाल
यादव के खिलाफ दर्ज हो रही शिकायतों के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस यादव के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से कतरा रही है, और इस वजह से यादव का आतंक दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। लोग अब पुलिस और प्रशासन से यह मांग कर रहे हैं कि यादव के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएं, ताकि वे खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
अपराध हुआ दर्ज
सोशल मीडिया प्लेटफार्म में रेलवे कर्मचारी की पत्नी प्रियंका सिंह ने रविवार को आत्महत्या करने से पूर्व शहर के नामचीन और रसूखदारों के नाम से वीडियो वायरल की।जिसके बाद आनन फानन में पुलिस हरकत में आई।लेकिन जब तक पुलिस पहुंची तब तक गृहणी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।जिसके बाद पुलिस मार्ग कायम कर आगे जांच में जुट गई थी।वही सोमवार को सिविल लाइन पुलिस ने इस मामले अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।जिसमे आत्महत्या के लिए उकसाने और प्रताड़ना का मामला कायम कर लिया गया।वही इस मामले में सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह ने बताया की मृतिका के द्वारा जारी वायरल वीडियो और पोस्ट में जिनका नाम लिया गया उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया। पप्पू यादव निवासी, नागू राव, डॉ अजीत मिश्रा, दीप्ति शुक्ला,अनिल शुक्ला साईं दरबार का पंडित,पंडित का बेटा,विवेक अग्रवाल उर्फ विक्की अग्रवाल इन सभी के नाम पर अपराध दर्ज किया गया है।पुलिस आगे की जांच में जुट गई।