सिरगिट्टी पुलिस पर फिर उठे सवाल: 14 नवंबर की घटना, FIR दर्ज 11 दिसंबर को….आखिर कार्रवाई में इतनी देरी क्यों?

बिलासपुर– जिले के सिरगिट्टी थाना क्षेत्र में सड़क किनारे क्षत-विक्षत हालत में मिले एक अज्ञात पुरुष की मौत को लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। घटना 14 नवंबर 2025, सुबह लगभग 5 बजे की है, लेकिन इस हादसे की FIR पुलिस ने पूरे 27 दिन बाद, 11 दिसंबर 2025 को दर्ज की है।

इतने लंबे अंतराल के बाद FIR दर्ज होना यह बताता है कि या तो पुलिस ने घटना को गंभीरता से नहीं लिया, या फिर किसी वजह से मामले को दबाए रखा गया। दोनों ही स्थितियाँ आमजन के भरोसे को चोट पहुंचाती हैं।

मर्ग 91/2025 की जांच में साफ हुआ कि अज्ञात वाहन चालक ने ठोकर मारकर इस व्यक्ति की जान ले ली। शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला था। पंचनामा, पीएम रिपोर्ट और गवाहों के बयान से यह एक स्पष्ट हिट एंड रन केस है। लेकिन फिर भी, FIR को लगभग एक महीने तक लंबित क्यों रखा गया?

क्या पुलिस इतना संवेदनहीन हो चुकी है कि सड़क पर पड़े एक व्यक्ति की मौत भी सिर्फ मर्ग बनाकर फाइलों में दबा दी जाती है?
क्या सिरगिट्टी पुलिस यह बताने को तैयार है कि आखिर FIR दर्ज करने में 27 दिन किस बात का इंतज़ार किया गया?

अज्ञात वाहन चालक तो अज्ञात है ही लेकिन पुलिस की यह देरी और ढीली कार्यवाही पूरे तंत्र पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करती है। जनता पूछ रही है:
अगर किसी मृतक की FIR भी समय पर नहीं होगी, तो आम लोगों को न्याय कौन दिलाएगा?

इस तरह की देरी न केवल जांच कमजोर करती है, बल्कि जिम्मेदार लोगों को बच निकलने का मौका भी देती है। अब समय है कि पुलिस प्रशासन जवाब दे— आखिर देरी क्यों हुई, और किसकी लापरवाही से हुई?

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