प्रभु का हर क्षण स्मरण ही मनुष्य के जीवन को सार्थक बनाता है–संजय कृष्ण सलिल कथावाचक……..साराफ़ परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा के दूसरे दिन उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़….

बिलासपुर–बिलासपुर के खाटू श्याम मंदिर में चल रही भव्य भागवत कथा का आज मंगलवार को दूसरे दिन श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने और पुण्य प्राप्त करने जगह जगह से श्रद्धालु लोग बड़ी संख्या में यहाँ आ रहे हैं।श्री धाम वृंदावन से पधारे पूज्य महाराज डॉक्टर संजय कृष्ण “सलिल” की ख्याति पूरे देशभर में है।

कथा के आयोजक साराफ़ परिवार के सदस्य भी कथा में मौजूद रहे।

उन्होंने बताया कि आयोजकों ने बताया प्रतिदिन दोपहर 3:00 से संध्या 6:00 बजे तक कथा का आयोजन होता है. श्री धाम वृंदावन से पधारे पूज्य महाराज डॉक्टर संजय कृष्ण “सलिल” के श्रीमुख से आज कथा के द्वितीय दिवस में महाराज ने बताया कि मानव देह चौरासी लाख योनियों के बाद प्राप्त होती है।

हमें इसे प्राप्त करके प्रभु को प्रत्येक क्षण स्मरण करते रहना चाहिए।यह शरीर केवल खाने-पीने और भोग विलास के लिए नहीं मिला है। यह सब क्रिया तो पशुओं में भी होती है परंतु उनमे विवेक नहीं होता, जन्म लेने का लाभ यही है कि अंत में नारायण की स्मृति बनी रहे।

यह लाभ जीवन में अभ्यास से होता है।हमें मृत्यु को याद करते रहना चाहिए, जब तक हम अपने खान-पान एवं व्यवहार पर ध्यान नहीं देंगे तब तक हृदय शुद्ध नहीं होगा जहां हृदय शुद्ध होता है वहीं पर प्रभु कृपा करते हैं।

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