बिल्डर के आगे नतमस्तक हुई सिरगिट्टी पुलिस,फटे कपड़े और चोटों के निशान दिखाने के बाद भी नही पसीजा पुलिस का दिल थाना प्रभारी और बिल्डर गुर्गों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग पीड़िता ने डीजीपी आई जी और एसपी से की लिखित शिकायत

बिलासपुर-हद कर दी है बिलासपुर की सिरगिट्टी पुलिस ने।पुलिस की संवेदनहीनता की इतनी बखान हो रही है, कि खाकी वर्दी पर धब्बे ही धब्बे लगते नजर आ रहे है, ताजा मामला तो पुलिस के पुलिसिया अंदाज से बेहद शर्मशार करने वाला है।

तस्वीर देखकर ही कोई भी दहल जाए सिरगिट्टी थाने के अंतर्गत इलाके में दबंग किस्म के बिल्डर और उसके साथियो की पिटाई से घायल महिला की रिपोर्ट लिखने की बजाय उसे थाने से ही भगा दिया ।
मजदूर,मजबूर,बेबस,असहायऔर गरीब पीड़िता का आरोप है। कि उसने बिल्डर से नगपुरा ग्राम में जमीन खरीदी थी।लेकिन जब वह तहसीलदार के आदेश के बाद खरीदी गई जमीन पर झोपडी बनाने के मकसद से पहुची तो बिल्डर विजय सिंह , हरेंद्र सिंह और उसके गुर्गों ने उसके साथ न सिर्फ बेहरमी से मारपीट की बल्कि उसके स्तन पर हाथ डालने के साथ साथ उसके कपड़े भी फाड़ दिए।दबंग बिल्डरों से किसी तरह से बचकर पीड़िता जब न्याय की आस में सिरगिट्टी थाने पहुची तो पुलिस ने महिला के साथ हुई इस गम्भीर मामले में किसी प्रकार की कार्यवाही करना तो दूर महिला की शिकायत भी दर्ज नहीं की, बिल्डर के आगे नतमस्तक पुलिस ने महिला को थाने से ही डरा, धमकाकर,भगा दिया, दबंग बिल्डरों के हाथों सरेआम बेइज्जत, दुर्व्यवहार की शिकार हुयी महिला को जब इंसाफ नहीं मिला तो उसने छत्तीसगढ़ के डीजीपी बिलासपुर आईजी और एसपी से मामले की शिकायत कर अपने साथ इंसाफ की गुहार लगाते हुए दबंग बिल्डर और दोषी पुलिस वालों पर कार्यवाही की मांग की है। पीड़िता का आरोप है कि गरीब और मजदूर होने के के कारण पुलिस ने उसे थाने से बैरंग लौटा दिया थाने में महिला डेस्क होने के बाद भी पुलिस ने किसी महिला विवेचक से उन्हें बात भी नहीं करने दी।

आज शुक्रवार को बिलासपुर आईजी और एसपी से लिखित शिकायत के बाद भी सिरगिट्टी थाना प्रभारी ने इतने गंभीर मामले में कोई रुचि नहीं ली महिला सुबह से लेकर शाम तक तीन से चार बार थाने के चक्कर लगा चुकी है पर उसकी अभी भी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं है।कोर्ट से लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों के आदेश है कि महिला संबंधित अपराधों का तत्काल FIR दर्ज कर कार्यवाही की जाये, पर सिरगिट्टी पुलिस को इन आदेशों की कोई परवाह नहीं सूत्र बताते हैं कि अपने खिलाफ हुई बड़े अधिकारियों से शिकायत के बाद महिला को किसी पुराने मामले में फसाने का षड्यंत्र बनाया जा रहा है।

पीड़ित ने सिरगिट्टी थाना प्रभारी और बिल्डर सहित उनके गुर्गों पर तत्काल FIR दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की गुहार बड़े अधिकारियों से लगाई है।अब देखना होगा कि पुलिस के बड़े अधिकारी महिला के इन गंभीर आरोपों के बाद थाना प्रभारी और बिल्डर के खिलाफ कब और क्या कार्रवाई करते हैं।पुलिस के बड़े अधिकारियों को भी महिला संबंधित शिकायत पर इस तरह लापरवाही बरतने वाले थाना प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।ताकि पीड़िता को इंसाफ मिल सके ! बिलासपुर जिले में कई थानों में अभी भी सब इंस्पेक्टर थाना प्रभारी बनकर बैठे हुए हैं।जिसके कारण पुलिस विभाग हमेशा से सुर्खियों में रहा है। वर्तमान में सिरगिट्टी के थाना प्रभारी फैजुल साहब जब मस्तूरी में थाना प्रभारी के पद में काबिज थे तो उनके थाना क्षेत्र में सट्टा जुआ और कबाड़ जैसे कई अवैध धंधे खूब फल फूल रहे थे।पुलिस विभाग में भी दबी जुबां यह चर्चा आम रही कि मस्तूरी से सिरगिट्टी की कमान संभालने के बाद सिरगिट्टी इलाके में भी खूब जुए का कारोबार चल रहा था लगातार मिल रही जुएं के फड़ की शिकायत के बाद तत्कालीन बिलासपुर एसपी के निर्देश के बाद स्पेशल टीम ने कई बड़े जुआरियों को बेनकाब करते हुए जुए के कारोबार पर अंकुश लगाई थी। सूत्र बताते हैं की थाना प्रभारी के इशारों पर ही सिरगिट्टी इलाके में जुए की महफिल सजती है, अब देखना होगा बिलासपुर पुलिस के नए कप्तान साहब इन आरोपों पर क्या कार्रवाई करते हैं ? यदि लापरवाह ओर थानों को मनमाफिक संचालित करने वाले ऐसे थाना प्रभारियों के खिलाफ CRPC-166A के तहत सख्त कार्यवाही की जरूरत है,जो भृष्ट आचरण अपनाकर महिलाओ के साथ हुये गम्भीर अपराधों पर भी कार्यवाही नही करते है ?CRPC की धारा 166A का प्रावधान केवल देखने के लिये नही बनाया गया है,ओर न ही फैजुल जैसे सिरगिट्टी थाना प्रभारियों को मनमानी करने के लिए उक्त धारा का प्रावधान किया गया है ! थाना प्रभारी सिरगिट्टी जैसे थाना प्रभारी पर इस प्रकरण में 166 A के तहत कार्यवाही करने का उचित,सटीक उपाय है ! थाने को थानेदार की मनमर्जी अनुसार चलाने की अनुमति कानून ने किसी भी थानेदार को नही दी है ! यदि सोमवार तक थाना प्रभारी सिरगिट्टी द्वारा आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही नही की गयी ?तो पीड़िता की मदद में आगे आये लोग सोमवार को थाना प्रभारी के खिलाफ CRPC-166A का प्रकरण दायर करने की तैयारी में है ! इसके बाद थाना प्रभारी जाने वो अदालत को क्या जबाब देंगे ? पीड़ित महिला इस बात पर भी अड़ी है कि ऐसे संवेदनहीन थाना प्रभारी के खिलाफ पहले कार्यवाही हो बाद में आरोपियों के खिलाफ, ताकि भविष्य में कोई भी पीड़ित महिला इंसाफ से वंचित न हो ! इस सम्बन्ध में जब मीडिया के कुछ लोग थाना प्रभारी से महिला की शिकायत पर कार्यवाही नही करने के सम्बन्ध में सही वस्तु-स्थिति जानने गये तो मीडिया वालों को ही नसीहत दे डाली कि थाना तो उनकी मर्जी से ही चलेगा ? मीडिया हस्तक्षेप न करे !

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