
बारिश में भी नहीं थमी हड़ताल – सड़कों पर उतरे सरकारी कर्मचारी….11 सूत्रीय मांगों पर अड़े कर्मचारी…. सरकार को दी चेतावनी…
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर 22 अगस्त को राज्यभर में एक दिवसीय कलमबंद और कामबंद हड़ताल की गई। इस आंदोलन में फेडरेशन से जुड़े करीब 110 संगठनों ने भागीदारी की। हड़ताल का सीधा असर सरकारी विभागों के कामकाज पर पड़ा, जिससे आम नागरिकों को आवश्यक सेवाओं के लिए परेशान होना पड़ा।
बिलासपुर में भी सुबह से ही अधिकारी और कर्मचारी सड़कों पर उतर आए। भारी बारिश के बावजूद प्रदर्शनकारियों का उत्साह कम नहीं हुआ। हाथों में तख्तियां और नारों के साथ कर्मचारी अपनी 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाते नज़र आए। उनकी प्रमुख मांगों में वेतन विसंगतियों का समाधान, लंबित महंगाई भत्ते की मंजूरी, समयमान वेतनमान की व्यवस्था और अस्थायी कर्मचारियों का नियमितीकरण शामिल है।
फेडरेशन पदाधिकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि राज्य शासन जल्द ही उनकी समस्याओं पर ठोस कदम नहीं उठाता, तो यह आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है। जिला अध्यक्ष, अजजा सरकारी कर्मचारी संघ, रामचंद्र ध्रुव और प्रदेश अध्यक्ष, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, जी. आर. चंद्रा ने कहा कि अब कर्मचारियों का सब्र जवाब देने लगा है और सरकार को तुरंत निर्णय लेना होगा।