
अटल विश्वविद्यालय में गूंजा छात्र आक्रोश….. एनएसयूआई ने बाजे–गाजे के साथ खोला अनियमितता का काला चिट्ठा… 48 घंटे की निविदा, पहले से लगा डोम… एनएसयूआई का आरोप—‘यह टेंडर नहीं, सेटिंग का खेल…..
बिलासपुर–अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में कथित अनियमितताओं को लेकर मंगलवार को एनएसयूआई ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश सचिव रंजेश सिंह के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता ढोल–नगाड़ों, नुक्कड़ सभा और नारेबाज़ी के साथ विश्वविद्यालय पहुंचे और प्रशासन व उच्च शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर आक्रोश जताया।

एनएसयूआई ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन दीक्षांत समारोह की आड़ में आर्थिक गड़बड़ियों को अंजाम दे रहा है। संगठन के अनुसार बिना नियमों के टेंडर जारी करना, विरोध के बाद मात्र 48 घंटे की निविदा अवधि तय करना और अंतिम तिथि के पहले ही डोम लगाने जैसे कार्य यह साबित करते हैं कि पूरा मामला पूर्व नियोजित था। छात्रों से की जा रही आर्थिक वसूली को भी संगठन ने गंभीर मुद्दा बताया।

विरोध के बीच कुलसचिव डॉ. तारनीश गौतम स्वयं छात्रों के बीच पहुंचे। उन्होंने प्रक्रियागत त्रुटियों को स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया कि आगे से सभी कार्य पारदर्शिता और नियमों के अनुरूप किए जाएंगे। साथ ही यह भी कहा कि जिन अधिकारियों या समिति सदस्यों से गलती हुई है, उन पर कार्रवाई होगी।

आश्वासन के बाद एनएसयूआई ने अपना धरना समाप्त कर दिया, लेकिन साफ चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अनियमितताएँ नहीं रोकीं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। संगठन का कहना है कि जरूरत पड़ी तो वे “सड़क से सदन तक” लड़ाई लड़ेंगे।
ज्ञापन सौंपने वालों में रंजेश सिंह, पुष्पराज साहू, करन यादव, राजा खान, ओमप्रकाश बंजारे, पंकज सोनवानी, विशु साहू, अंशु गोस्वामी, हरदेव साहू, सुदामा साहू, गौकरण, भूमिकाराज, अक्षय त्रिपाठी, सुमित कुमार, शशांक भार्गव, अभिजीत साहू, अंशु समेत बड़ी संख्या में छात्र नेता मौजूद रहे।



