कोरोना के खतरे को लेकर खतरे के साथ विश्वविद्यालय पहुंचे छात्र,चंद नेताओ की राजनीति बन जाएं समस्या का विषय,न मास्क,न शोसल डिस्टेंसिंग और कोरोना की दुहाई

बिलासपुर-बिलासपुर के अटल बिहारी विश्वविद्यालय में आज एक अजीबोगरीब माहौल देखने को मिला जहां कोरोना के खतरे की दुहाई देने पहुंचे छात्र खुद कोरोना से खेलते नजर आए। बिलासपुर के अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली आंतरिक परीक्षा की स्थगन को लेकर एनएसयूआई विश्वविद्यालय का घेराव करने पहुंचे हुए थे।

जहां बड़ी संख्या में छात्र ना तो बिना मात्र के नजर आ रहे थे।और ना ही किसी ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया इतना ही नहीं खुद को नेता समझने वाले छात्रों ने दूसरे छात्रों की जान को इस तरह जोखिम में डाला कि शहर में तमाम तरह के प्रतिबंध लगने के बावजूद भी कानून को ताक में रखकर भीड़ लेकर अटल बिहारी विश्वविद्यालय के कुलसचिव के ऑफिस में घुस गए इतना ही नहीं ऑफिस में बैठकर जमकर हंगामा करने से भी एनएसयूआई के नेता और कार्यकर्ता बाज नहीं आए।अपनी मांगों में कोरोना की दुहाई देने वाले छात्रों ने यह तक नहीं सोचा कि जिस प्रकार का हंगामा वे कर रहे हैं उसमें भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है।ऐसे में अगर छात्रों के बीच कोरोना बम थॉट जाता है तो इसकी जिम्मेदारी आखिर कौन लेगा या किसे दोषी ठहराया जाएगा,सवाल यह भी उठता है कि राजनीतिक रोटियां सेकने वाले अपनी राजनीतिक रोटियां सेक कर निकल जाएंगे लेकिन अगर कोरोना किसी विद्यार्थी पर हावी हो जाता है तो क्या वह सामने आकर इसके लिए माफी मांगेंगे या खुद इसकी जिम्मेदारी उठाएंगे।

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