सफलता की कहानी–ड्रोन दीदी बनकर प्रीतमा के सपनों को मिली उड़ान…..सरकारी मदद और अपने हौसलों से पाई नई पहचान….
बिलासपुर–”नमो ड्रोन दीदी योजना” से जिले के ग्राम चक्राकुंड की प्रीतमा दीदी के सपनों को उड़ान मिल रही है। ड्रोन उड़ाकर प्रीतमा आर्थिक सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महिला सशक्तिकरण की अभिनव योजना से समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भरता की नई राह मिली है। इस खरीफ वर्ष में प्रीतमा 36000 की कमाई कर चुकी है।
” नमो ड्रोन दीदी योजना ” से ड्रोन दीदी बनकर मुझे एक नई पहचान मिली है और मैं इस माध्यम से आजीविका कमाकर आर्थिक प्रगति की ओर बढ़ रही हूं।’ ये शब्द है ड्रोन दीदी प्रीतमा वस्त्रकार के ,जिले के तखतपुर ब्लॉक के छोटे से गांव चक्राकुंड,चोरभट्टीकला में रहने वाली प्रीतमा कई वर्षों से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह से बैंक सखी के रूप में जुड़ी हुई है जिससे उन्हें वेतन के रूप में 6000 रुपए प्राप्त होते हैं। प्रीतमा की खुशियों का उस समय ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें पता चला कि प्रधानमंत्री नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत ‘ड्रोन दीदी ‘ के लिए उनका चयन किया गया है,और प्रशिक्षण लेने के लिए ग्वालियर जाना है।
प्रीतमा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहा कि शासन की महिलाओं के आर्थिक संबल के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से अब आम महिलाएं भी अपनी पहचान बनाकर आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की महतारी वंदन योजना से भी महिलाओं को आर्थिक संबल मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि महिला सशक्तिकरण की अभिनव योजना “नमो ड्रोन दीदी योजना” के तहत जिले की स्व सहायता समूह से जुड़ी दो महिलाओं सुश्री सीमा वर्मा और श्रीमती प्रीतमा वस्त्रकार को ड्रोन दिया गया है। ‘ड्रोन दीदी’ बनकर ये दीदियां आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं, और अपने घर परिवार को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।