रजिस्ट्री ऑफिस से भूमि के दस्तावेज में कूटरचना कर बिक्री करने वाले आरोपी को किया गया गिरफ्तार

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ के न्यायधानी बिलासपुर में इन दिनों जमीन संबंधी मामले में एक लंबी फेहरिस्त देखने को सामने आ रही है।जहा पर जमीन का कागज तो है लेकिन जमीन मौके पर नही है।तो कही जमीन है तो उसका कोई मालिक है।ऐसे अजीबो गरीब कई मामले सामने आ चुके है,और पुलिस ने पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने के लिए भरसक प्रयास कर ऐसे कई मामले का पर्दाफाश भी कर इनके पीछे लोगो को हिरासत में लेकर सलाखों के पीछे करने में कोई गुरेज भी नही कर रही है।ऐसे ही एक मामले में सरकंडा पुलिस को सफलता हाथ लगी है जहा पर कूटरचना कर फर्जी तरीके से जमीन बेचने के मामले में एक आरोपी को गिरिफ्तार किया है।

सरकंडा थाना से मिली जानकारी के अनुसार आवेदक द्वारा प्रस्तुत शिकायत पत्र की जांच अति पुलिस अधीक्षक महोदय ग्रामीण अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, नगर पुलिस अधीक्षक सिटी कोतवाली बिलासपुर एवं थाना प्रभारी सरकण्डा की संयुक्त टीम द्वारा की गई एवं जांच प्रतिवेदन के आधार पर ग्राम मोपका बिलासपुर के खसरा नं 1859 / 1 रकबा 1 / 03 एकड़ एवं खसरा क 1859 / 1 रकबा 1.30 एकड़ भूमि जो मोपका में स्थित है उक्त भूमि के दस्तावेज विक्रय अभिलेख राजस्व अभिलेख में हीरादास के नाम से दर्ज होना एवं उसके आधार पर भू स्वामी हीरादास के द्वारा दिनांक 10 / 05 / 1972 को अमलदास नामक व्यक्ति को बिक्री किया जाना पाया गया है। जिसका ग्रंथ क्रमांक 9954 एवं दस्तावेज क्रमांक 3191 है तथा ग्राम मोपका का सन् 1972 का इन्डेक्स रजिस्टर में अज्ञात आरोपीयों के द्वारा संबधित कर्मचारी से सांठ गांठ करके कूटरचना किया गया है। कि रिपोर्ट पर से अप0 426 / 22 धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया ।उ.म.नि. एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन तथा अति०पुलिस अधीक्षक शहर राजेन्द्र जयसवाल नगर पुलिस अधीक्षक सरकण्डा श्रीमती पूजा कुमार के निर्देशन में थाना प्रभारी सरकण्डा के द्वारा अपराध की गंभारता को देखते हुए आरोपी के खिलाफ साक्ष्य एकत्र कर मामले में आरोपी अमलदास विश्वकर्मा पिता स्वं मानसिंग विश्वकर्मा जाति लोहार निवासी आमानाला कुरासिया वार्ड नं 34 चिरमिरी तहसील मनेन्द्रगढ थाना चिरमिरी जिला कोरिया छ0ग0 के द्वारा कूटरचित दस्तावेज को असल के रूप में उपयोग कर लाभ अर्जित करना पाये जाने से विधिवत् गिर0 कर न्यायालय पेश किया गया।मामले में संलिप्त अन्य आरोपीयों के खिलाफ साक्ष्य एकत्र कर विधिवत् कार्यवाही की जाती है ।

विशेष योगदानः– निरीक्षक उत्तम साहू, उनि मनोज पटेल, सउनि दिनेश तिवारी, प्र0आर0 151 अरविन्द सिह, आर 681 राहूल सिंग, आर0 153 अविनाश कश्यप, आर0 1400 भागवत चन्द्राकर, आर0 509 मनिष बालमिकी , आर0 138 सत्येन्द्र सिंग का विशेष योगदान रहा ।

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