फर्जी आईपीएस अधिकारी का रौब दिखाने वाला आरोपी चढ़ा पुलिस के
बिलासपुर-खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर होटल में रूम को बुक कराया और वहाँ पर रुक कर आईपीएस अधिकारी का रौब दिखा कर होटल स्टाफ से कर रहा था बदतमीजी,होटल संचालक की रिपोर्ट पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया।थाना तारबाहर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थी एसएन मिश्रा आनंदा इंपिरियल व्यापार विहार के द्वारा दिनांक 30-12- 2021 को एक लिखित शिकायत आवेदन प्रस्तुत किया गया जिसमें प्रार्थी के द्वारा बताया गया कि एक व्यक्ति दिनांक 30-12-2021 को सुबह 3:00 बजे अपने आप को आईपीएस अधिकारी तथा प्रधानमंत्री कार्यालय दिल्ली में कार्यरत होना बताकर तथा ऑफिशियल काम से बिलासपुर आना बताकर अपनी आईडी दिखाया और एक रूम बुक कराया सुबह होने पर होटल के कर्मचारियों को लगातार धमकी चमकी देकर अनावश्यक वस्तुओं की मांग कर रहा था इसकी सूचना होटल कर्मचारियों द्वारा होटल के मैनेजर को दी गई जिस पर मैनेजर द्वारा उक्त आरोपी को को सुविधा पसंद नही आने पर अन्य किसी होटल जाने बोला गया जिस पर आरोपी द्वारा अपने आपको आइपीएस अधिकारी होना बताकर धमकी चमकी करने लगा और अपना सामान उठा कर वहां से जाने लगा मैनेजर द्वारा होटल का पेमेंट 5100/- भुगतान करने बोलने पर कोतवाली थाना पेमेंट करेगा कह कर वहां से जाने लगा जिस पर होटल कर्मचारियों द्वारा उसे पकड़ा गया।
और इसकी सूचना तत्काल थाना तारबाहर को दी गई जिस पर आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक- 282/21 धारा-170,419 भादवि कायम किया गया तथा इसकी सूचना जिले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री मती पारुल माथुर, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) उमेश कश्यप,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) रोहित झा,नगर पुलिस अधीक्षक (सिविल लाइन) श्रीमती मंजू लता बाज को दी गई जिस पर अधिकारियों द्वारा आरोपी से पूछताछ कर वैधानिक कार्रवाई करने के निर्देश प्राप्त हुए थे जिस पर तारबाहर पुलिस द्वारा उक्त आरोपी से आईपीएस अधिकारी होने के संबंध में पूछताछ किया गया तथा पहचान पत्र,आइडी या पीएमओ कार्यालय से संबंधित कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत करने नोटिस दिया गया पूछताछ करने पर प्रारंभिक तौर पर आरोपी पुलिस टीम को आईपीएस अधिकारी बताकर गुमराह करता रहा बारीकी से पूछताछ करने पर अपराध घटित करना स्वीकार किया और बताया कि उसका नाम रविकांत तिवारी पिता धीरेंद्र तिवारी उम्र 34 वर्ष वह मूलतः रायपुर के ब्राह्मण पारा का रहने वाला है और बिलासपुर आकर अपने आप को आईपीएस अधिकारी बताकर सुविधाओं का लाभ ले रहा था आरोपी द्वारा अपराध घटित करना स्वीकार करने से आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।