बाबा भीमराव के संविधान में स्वतंत्रता की एक विस्तृत श्रंखला के लिए संवैधानिक गारंटी और सुरक्षा प्रदान की गई-लाल सिंह आर्य
बिलासपुर-डॉक्टर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के द्वारा तैयार किए गए संविधान में व्यक्तिगत नागरिकों के लिए स्वतंत्रता की एक विस्तृत श्रंखला के लिए संवैधानिक गारंटी और सुरक्षा प्रदान की गई है। उक्त उद्गार भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने मोर्चा द्वारा भाजपा कार्यालय कर्बला रोड बिलासपुर में आयोजित संभाग स्तरीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कही श्री आर्य ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद जब नई सरकार अस्तित्व में आई तो सरकार ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को देश के पहले कानून एवं न्याय मंत्री के रूप में सेवा करने के लिए आमंत्रित किया उन्होंने यह पद स्वीकार कर लिया 29 अगस्त 1947 को भीमराव अंबेडकर को स्वतंत्र भारत के नए संविधान की रचना के लिए बनी संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया।
संविधान निर्माण के कार्य प्रारंभ किए भीमराव अंबेडकर एक बुद्धिमान संविधान विशेषज्ञ थे उन्होंने लगभग 60 देशों के संविधान का गहन अध्ययन किया।भीमराव अंबेडकर को भारत के संविधान का पिता के रूप में मान्यता प्राप्त है।भीमरावअंबेडकर के द्वारा तैयार किए गए संविधान पाठ में व्यक्तिगत नागरिकों के लिए नागरिक स्वतंत्रता की एक विस्तृत श्रंखला के लिए संवैधानिक गारंटी और सुरक्षा प्रदान की गई है। जिसमें धर्म की आजादी छुआछूत को खत्म करना और भेदभाव के सभी रूपों का उल्लंघन करना शामिल है।भीमरावअंबेडकर ने महिलाओं के लिए व्यापक आर्थिक और सामाजिक अधिकारों के लिए तर्क दिया।
और अनुसूचित जाति एस सी, अनुसूचित जनजातियों एस टी, अन्य पिछड़ा वर्ग ओबीसी के सदस्यों के लिए नागरिक सेवा स्कूलों कॉलेजों में नौकरियों के आरक्षण की व्यवस्था शुरू करने के लिए असेंबली का समर्थन जीता ऐसे अनेक नियम एवं कानून के माध्यम से डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने सभी वर्गों के लिए पूर्ण रूप से ध्यान देते हुए सभी वर्ग की चिंता की लोगों को न्याय मिल सके सहज सरल संविधान अगर आज भारत में है। तो वह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के लिखे संविधान में है पूरी दुनिया आज उनके संविधान का गहन अध्ययन कर रहे हैं।
श्री आर्य ने उपस्थित सभी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के द्वारा रचित संविधान को हम सभी को अध्ययन करना चाहिए। इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डॉक्टर बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर एक सामाजिक राजनीति सुधारक के रूप में विरासत का आधुनिक भारत पर गहरा असर हुआ है आजादी के बाद भारत में उनके सामाजिक राजनैतिक विचारों को पूरी राजनीतिक स्पेक्ट्रम में सम्मानित किया जाता है। उनकी पहल ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित किया है। श्री साय ने कहा कि अगर आज भारत में लोकतंत्र है संविधान हैं उसके पीछे डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की देन है। संगोष्ठी को अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय अनुसूचित जाति मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सांसद श्रीमती कमला पाटले मुंगेली के विधायक पुन्नूलाल मोहले मस्तूरी के विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी बेलतरा विधायक रजनीश सिंह अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन मेश्राम ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से मंच पर दयावंत बांधे भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत वेद राम जांगड़े आत्माराम बंजारे पूर्व सांसद लखनलाल साहू श्रीमती सुनीता पाटिल अंबेश जांगड़े एवं मोर्चा के प्रभारी किशोर राय उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता संत रविदास संत कबीर दास डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर की गई कार्यक्रम का संचालन मोर्चा के जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश सूर्या एवं जिला महामंत्री योगेश बोले ने किया आभार व्यक्त मोर्चा के कोरबा जिला अध्यक्ष सरजू अजय ने किया इस मौके पर पूर्व सांसद कमला पाटले जी ने संविधान की शपथ दिलाई कार्यक्रम में पुनीता डहरिया नीता पाटले कृष्णा देवी लहरें मनोज राही छेदी कश्यप राज सोनी ईश्वर प्रसाद सूर्यवंशी दीपा गंधर्व चंद्रकला गंधर्व मोहन कुर्रे संतोष लहरे शिव बंजारा ऋषि केसरी अतीश सोनकर महेश चंद्रिकापुरे राम नारायण भारद्वाज पृथ्वीपाल राय श्याम खांडेकर सुरेश बंजारे चित्रकांत लहरे लोकनाथ बंजारे नरेंद्र कोसले जितेंद्र अंचल विनोद सोनकर विनय कोसले सुनील चौहान चित्रेश परिहार अमन सूर्यवंशी वंदना जैनडे लक्की बंजारे सीमा पांडे मीना लहरें सहित कोरबा जांजगीर चांपा मुंगेली बिलासपुर गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के मोर्चे के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।