बेसुध जिले का आबकारी अमला….देर रात तक जमकर छलक रही शराब….आखिर किसकी शह में देर रात तक गुलजार रहता पब और बार….? सुशासन सरकार की छवि हो रही धूमिल…..कौन तय करेगा जवाबदेही?

बिलासपुर–इन दिनों बिलासपुर शहर के अलग अलग क्षेत्रों में संचालित पब और बार पर आबकारी विभाग और कानून व्यवस्था का दंभ भरने वाले पुलिस विभाग कुछ ज्यादा ही इन पर मेहरबान नजर आ रहे है।आपको बताते चले कि शहर में संचालित पब और बार के खुलने से लेकर बंद होने के लिए शासन के द्वारा समय सीमा को निर्धारित किया गया है।लेकिन शासन के तय नियम के विपरीत आज भी नियमो का माखौल को खुलेआम उड़ाया जा रहा है।

कार्रवाई के नाम पर प्रशासन की समझाइश का अभयदान

आबकारी अमले की बात करे तो यहां पर आबकारी अधिकारी के पद में प्रभारी को बैठा दिया गया।जो अधिकारी गहरी नींद में इनके जिले में क्या चल रहा है,इनको पता नहीं।बड़े पैमाने पर यहां पर दीगर राज्य से शराब लाकर शराब खोरी हो रही पर इनको और इनकी टीम को हवा तक नहीं है। स्टेट उड़नदस्ता आकर छापामार कार्रवाई कर रिपोर्ट तैयार कर कार्रवाई के लिए आता है।वही शहर में चल रहे देर रात तक पब और बार की इनको जानकारी नहीं।वही अपराध पर नकेल कसने वाली पुलिस भी मौके का पूरा फायदा उठाते हुए समय समय पर कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ति करते हुए इन बार और पब में जाकर संचालकों को समझाइश का झुनझुना थमाकर निकल लेती है।

शनिवार की देर रात तारबाहर थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक बार में बड़े पैमाने पर ड्रग्स सेवन की शिकायत आई जिसपर देर रात थाना तारबाहर से टीम तैयार कर उक्त बार में छापामार कार्रवाई की गई।शिकायत के अनुसार बताए संदिग्ध व्यक्ति की तलाशी लेने पर कुछ भी नहीं मिला।बाद में पता चला कि शिकायतकर्ता को देर रात बार में घुसने नहीं दिया जा रहा था।बार में देर रात शराबखोरी करने के लिए उसने थाना पहुंचकर बार में ड्रग्स सेवन की शिकायत की जहां पर तत्काल थाना प्रभारी जेपी गुप्ता ने टीम भेज कर तस्दीक कर कार्रवाई के लिए भेजा।जहां पर टीम को कुछ नहीं मिला पर देर रात तक चलने वाले बार को बंद कराना मुनासिब नहीं समझा और संचालक को समझाइश देकर समय पर बार को बंद करने की बात कहते हुए वहां से चले गए।

थाना प्रभारी जय प्रकाश गुप्ता से पूछने पर उन्होंने बताया कि एक युवक के द्वारा लिखित शिकायत दी गई जिसपर तस्दीक किया गया।लेकिन कुछ नहीं मिला।उसकी शिकायत गलत थी।वही बार संचालक को समय में बार बंद करने की समझाइश दी गई।

उसी रात को दूसरी घटना कुछ देर बाद सामने आई जहां सिरगिट्टी क्षेत्र में चलने वाले पब बार में किसी बात पर दो पक्षों में विवाद हो गया।बार में काम करने वाले बाउंसरों ने बार में हुए विवाद को शांत करा कर शराबखोरी करने आए शराबियों को बाहर निकाल दिया।जिसके बाद इन सभी शराबी युवकों के द्वारा बार के बाहर गैंगवॉर की घटना को अंजाम देते उसके पहले सिरगिट्टी पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंच कर सबको खदेड़ दिया।लेकिन देर रात चलने वाले बार पर इनकी मेहरबानी इतनी थी कि पब बार को बंद कराने की हिम्मत तक नहीं किए।जबकि इस मामले को लेकर एक पक्ष थाना पहुंचकर बार में उत्पात मचाने वाले के खिलाफ अज्ञात में शिकायत दर्ज कर मामला कायम कराया गया।

इस मामले को लेकर थाना प्रभारी से दो दिन तक टेलीफोन में संपर्क किया गया लेकिन उनका फोन रिसीव नहीं हुआ।वही इस क्षेत्र के सीएसपी निमितेश सिंह से पूछने पर अपराध दर्ज होने की बात कही।लेकिन किसने कराया और कब हुआ इसकी जानकारी नहीं है।उसको देखना पड़ेगा।

हफ्ते में दो दिन रहती है धूम

वैसे भी पूरे सफ्ताह यही हाल रहता है।लेकिन बात करे तो हफ्ते के दो दिन कुछ खास इंतजाम के साथ इन पब बार में कुछ और नजारा नजर आता है।इन पब और बार में बड़ी संख्या में युवक युवती आते है।जहां जमकर देर रात तक शराब परोसने का काम बदस्तूर जारी रहता है।वह दो दिन सफ्ताह के शनिवार और रविवार का रहता है।इन दो दिनों में पुलिस कानून व्यवस्था के नाम पर बार संचालकों के साथ खड़े हुए नजर आती है।जहां पर कुछ भी हो हंगामा और कानून व्यवस्था बिगड़ने की नौबत आती है तो संबंधित थाना क्षेत्र की पेट्रोलिंग टीम मौके पर पहुंचकर भीड़ को तीतर वितर कर बार में शांति व्यवस्था बनाकर अन्य लोगों को होने दिक्कतों से निजात दिलाया जाता जिससे देर रात तक जमकर शराबखोरी का धंधा चलते रहे।

बहरहाल आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते है कि एक थाना प्रभारी के द्वारा दो दिन तक उनसे संपर्क साधा गया लेकिन वह फोन उठाना और रिप्लाई करना भी मुनासिब नहीं समझे।प्रशासन की उदासीनता और अपने निजी स्वार्थ के चलते इनके हौसले इतने बढ़ गए है।शहर में संचालित हो रहे बार और पब देर रात तक खुले रहते है।जहां बहुत ही आसानी से आपको शराब मिल जायेगी।इनको रोकने टोकने वाला कोई नहीं है।अब देखना यह होगा कि इस खबर के बाद प्रशासन जागता है या फिर कुम्भकरणीय नींद में सोते रहेगा।

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