एवीएम सैनिक स्कूल मे प्रवेश हेतु एंट्रेंस परीक्षा का प्रथम चरण 4 फरवरी को हुआ संपन्न..…..एवीएम सैनिक स्कूल के नए सत्र मे दिखेगा, छात्रों में बहुआयामी विकास– डॉ. अजय श्रीवास्तव
बिलासपुर–बिलासपुर कोनी क्षेत्र में स्थित आधारशिला विद्या मंदिर सैनिक स्कूल में नियमित छात्रों की भर्ती प्रक्रिया की तैयारी शुरू हो चुकी है। केंद्र सरकार के रक्षा मंत्रालय से संबद्ध सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के आधार पर आधारशिला विद्या मंदिर को सैनिक स्कूल के लिए चुना गया है। यह स्कूल पीपीपी योजना के तहत कार्यरत रहेगा।जिसका पहला सत्र 2024 के अप्रैल माह से प्रारंभ होगा। पहले वर्ष कक्षा 6वीं मे भर्ती हेतु ऑल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के द्वारा ही छात्रों की चयन प्रक्रिया पूरी होगी। यह परीक्षा 28 जनवरी को संपन्न हो चुकी है। इसके अतिरिक्त आधारशिला विद्या मंदिर में नियमित छात्रों की भर्ती हेतु भी कुछ बदलाव हुए हैं जिसमें अब छात्रों को नियमित किसी भी कक्षाओं में भर्ती हेतु एक एंट्रेंस परीक्षा देनी होगी जिसमें छात्रों को उनके पाँच मुख्य विषय संबंधी वैकल्पिक प्रश्नों के उत्तर का चयन करना होगा एवं उसके आधार पर ही उन्हें विद्यालय में एडमिशन मिल पाना संभव हो पाएगा l
इस परीक्षा का प्रथम चरण 4 फरवरी रविवार आधारशिला विद्या मंदिर सैनिक स्कूल कोनी शाखा में सुबह 10 से 12 बजे का समय निर्धारित किया गया था जिसका पहला पड़ाव सफलता पूर्वक संपन्न हो चुका है। प्रवेश परीक्षा के प्रथम चरण मे भारी मात्रा मे छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। छात्रों मे एक विशेष उत्साह और आत्मविश्वास की भावना देखते ही बनता है, जिसमें अभिभावकों का भी विशेष सहयोग व योगदान सराहनीय है। छात्रों की भर्ती हेतु परीक्षा के चरण की आगामी तिथि जल्द ही सूचित की जाएगी।
विद्यालय के चेयरमैन डॉ.अजय श्रीवास्तव के अथक व निरंतर प्रयास से ही आज यह संभव हो पाया है कि बिलासपुर शहर व उसके आस – पास के जिलो के विद्यार्थियों के लिए एक बेहतरीन विकल्प “आधारशिला विद्या मंदिर सैनिक स्कूल” के रूप हमारे समक्ष है। डॉ. श्रीवास्तव कहते हैं कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि संपूर्ण जिले से हमारा स्कूल सैनिक स्कूल के समस्त मापदंडों की कसौटियों को पूर्ण कर इस अवसर को प्राप्त किया है। जिसे आगे हम AISSS के मार्गदर्शन पर अपनी एवीएम टीम के साथ मूर्तरूप देने की ओर निरंतर अग्रसर हैं।
नए सत्र के कुछ नए नियमों, गतिविधियों व अनुशासन के साथ एक नया परिवेश छात्रों में बहुत ही अच्छे और सकारात्मक सोच व ऊर्जा को जागृत करने मे सहायक सिद्ध होगा। विद्यालय का यह परिवेश और वातावरण छात्रों के व्यक्तित्व विकास को भी बढ़ावा देगा। अभी तक हमारे विद्यालय के छात्रो को खेलकूद, कला, साहित्य,सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से शिक्षण प्रदान कर उनके सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जाता था परंतु अब समस्त विद्यार्थियों के जीवन आयामों को अनुशासन, दिनचर्या, देशभक्ति, देशप्रेम, कर्तव्य पालन,खानपान, एकाग्रता, सहयोग जैसे पहलुओ से जोड़कर उन्हें एक नई प्रदान की जाएगी। अंत मे डॉ.श्रीवास्तव ने अभिभावकों के लिए यह संदेश दिया कि अपनी सुविधानुसार विद्यालय परिसर का एक बार भ्रमण अवश्य करें एवं अपनी राय देकर हमारा मार्गदर्शन करें l