कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंतित,तो वहीं लोगो की लापरवाहियों से बढ़ा खतरा आरटीपीसीआर से भी नहीं समझ आता डेल्टा वेरिएंट-सीएचमो

रविंद्र विश्वकर्मा की रिपोर्ट

बिलासपुर-पिछले दो लहरों में कोरोना के कहर का आलम पूरा देश देख चुका है और अब डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर भी चर्चा शुरू हो चुकी है इसके अलावा देश के कई राज्यों में डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने के बाद फिर से एक बार कोरोना कि तीसरी लहर को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्णय लेते हुए आसपास के राज्यों की सीमा को सील करने का निर्णय लिया जा चुका है तो वहीं डेल्टा प्लस से मुकाबले के लिए सारी तैयारियां भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाने लगी है।छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर चिंतित नजर आ रहा है। क्योंकि जिस तरह पिछले दिनों मामले कम हो रहे थे वह एक बार फिर से बढ़ने शुरू हो गए हैं और इतना ही नहीं राजनीतिक कार्यक्रमों में भीड़ एकत्रित होने और नियमों का पालन नहीं होने से कोरोना के फैलाव का खतरा भी कई गुना अधिक बढ़ गया है।

बिलासपुर जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी प्रमोद महाजन ने बताया कि डेल्टा प्लस का नया वेरिएंट अभी तक छत्तीसगढ़ में नहीं मिला है। लेकिन इस वजह से लापरवाही बरतना खतरनाक हो सकता है क्योंकि कोरोना के नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए किया जाने वाला आरटीपीसीआर टेस्ट में भी स्थिति का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां शुरू कर दिया लेकिन पिछले कुछ दिनों में जिस तरह की लापरवाही शहर की जनता और राजनीतिक पार्टियों द्वारा प्रदर्शन और राजनीतिक सम्मेलन में की गई उसे देखकर एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होने की आशंका जताई जा रही है।

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