पूर्व की कांग्रेस सरकार ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए कराया था परिसीमन–मनीष अग्रवाल…
बिलासपुर–आगामी नगरी निकाय चुनाव की आचार संहिता के पूर्व छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने सभी नगर निगम नगर पालिका नगर पंचायत को नगरी प्रशासन विभाग की तरफ से जिला कलेक्टर के माध्यम से परिसीमन 18 जुलाई तक पूर्ण करने का आदेश पारित किया है।इस आदेश के बाद भाजपा नेता मनीष अग्रवाल ने अपना बयान जारी करते हुए पूर्व की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा की इसके पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में 2019 में बिलासपुर नगर पालिका निगम के ही वार्डों का परिसीमन हुआ था परिसीमन 2011 की जनगणना के आधार पर हुआ और वर्तमान में इसी जनगणना के आधार पर परिसीमन होगा लेकिन 2011 से 2024 तक जनसंख्या की दृष्टि से जनगणना में उक्त क्षेत्र में काफी परिवर्तन आ चुका है बिलासपुर नगर पालिक निगम की जनसंख्या 2011 में 5:30 लाख के लगभग और वर्तमान में यह संख्या बढ़कर 8 लाख के लगभग हो चुकी है।
पूर्व की कांग्रेस सरकार में परिसीमन राजनीतिक चश्मा लगाकर एक होटल के कमरे में बैठकर परिसीमन कर दिया गया और उसे परिसीमन को लागू भी किया गया कांग्रेस नेताओं के इशारे पर ना जनसंख्या ना वार्डों की सीमा और न उक्त क्षेत्र की जनता ना ही किसी राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधियों की राय भी नहीं ली गई। कांग्रेस के कुछ नेताओं के द्वारा अपने राजनीतिक लाभ के हिसाब से परिसीमन कागजो में तैयार कर थोप दिया गया।
भारी भरकम नगर निगम की सीमा क्षेत्र लगभग 130 किलोमीटर परिक्षेत्र में नगर निगम जिसमें बिलासपुर के पुराने 55 वार्डों के साथ-साथ नए वार्डों की शामिलात 70 वार्डो का बिलासपुर नगर निगम जिसमें बिलासपुर विधानसभा के साथ बिल्हा तखतपुर बेलतरा मस्तूरी इन सभी क्षेत्र के कुछ वार्ड बिलासपुर नगर निगम में शामिल हो परिसीमन के अंतर्गत आए आनन फानन में राजनीतिक चश्मे से ना जनता की सहमति न जन प्रतिनिधियों की राय पूर्व की कांग्रेस सरकार ने बिलासपुर नगर पालिक निगम चुनाव के पहले कराया था परिसीमन।
वर्तमान 2024 में नगरी निकाय चुनाव के पूर्व परिसीमन एकरूपता के नजरिए से केवल सीमा वृद्धि ही नहीं उन वार्डों में मतदाताओं की जनसंख्या वास्तविक भौगोलिक मापदंड के हिसाब से क्षेत्र के लोगों की राय जानकर परिसीमन किया जावेगा
सफाई बिजली पानी राशन दैनिक सुविधा उपयुक्त और सुचारू रूप से मिल सके परिसीमन में सबसे बड़ी बात यही है नगर निगम उक्त वार्डों में मूलभूत सुविधा पर्याप्त रूप से उपलब्ध करा सके प्रॉपर्टी टैक्स सफाई कर्मचारी शुद्ध पेयजल टैंकर अन्य निर्माण कार्य हेतु स्टाफ कर्मचारी इंजीनियर प्रत्येक वार्ड के हिसाब से कार्यरत रहे इन सब सुविधाओं को देखकर परिसीमन किया जावेगा जो जनता के लिए सुविधाजनक और उपयुक्त रहेगा।
परिसीमन में सबसे बड़ी बात उन वार्ड क्षेत्र में आबादी जनसंख्या के हिसाब से वार्ड की गलियां मुख्य मार्ग उस वार्ड की भौगोलिक समीकरण वार्ड की सीमा तय की जाए ताकि वार्ड के निवासरत नागरिकों एवं वास्तविक मतदाताओं का नाम उक्त क्षेत्र के मतदाता सूची में अंकित रहे और जो उक्त वार्ड के मतदाता नहीं है उनका नाम डिलीट हो सके।
बिलासपुर नगर पालिक निगम स्मार्ट सिटी है स्मार्ट सिटी का परिसीमन स्मार्ट वार्ड के अनुसार हो, वार्ड की भौगोलिक संरचना जनसंख्या की दृष्टि से ध्यान रखकर परिसीमन किया जावे वर्तमान समय में आबादी या जनसंख्या के हिसाब से वार्डों की भौगोलिक स्थिति सही नहीं है कोई वार्ड 3000 मतदाता तो कोई वर्ड 8000 मतदाता तो कोई वर्ड 12000 मतदाता में वार्ड में निवासरत नागरिक भी दुविधा संशय मे रहते है उनको अपने वार्ड क्षेत्र की सही जानकारी नहीं रह पाती है नगर निगम के निर्वाचित पार्षद के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी भी मूलभूत सुविधाओं को मुहैया कराने में असहज और असहाय हो जाते है।