देबस्मिता के सरोद की धुन ने बच्चों को मंत्रमुग्ध कर दिया…..

बिलासपुर–बुधवार , 26 मार्च को आधारशिला विद्या मंदिर ,न्यू सैनिक स्कूल में संगीत कार्यक्रम का आयोजन हुआ । यह कार्यक्रम स्पीक मैके संस्था की ओर से आयोजित किया गया । गौरतलब है कि आधारशिला विद्या मंदिर स्पीक मैके के संस्था से जुड़ा हुआ है। यह संस्था छात्रों को भारतीय शास्त्रीय संगीत और सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने का निरंतर प्रयास करती है ।इसी जागरूकता श्रृंखला को आगे बढ़ाने के क्रम में यह आयोजन किया गया जिसमें जानी- मानी सरोद वादक कलाकार देबस्मिता भट्टाचार्य ने अपनी प्रस्तुति दी । स्पीक मैके के सात दिवसीय संगीत कार्यक्रमों के अंतर्गत एक शानादार और दुर्लभ प्रस्तुति एवीएम में दी गई ।
कार्यक्रम की शुरुआत माँ वीणापाणि के चरणों में पुष्पांजलि अर्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ । उसके पश्चात विद्यालय के डायरेक्टर एस के जनास्वामी ने स्मृति स्वरूप लघुपौध देकर देबस्मिता और तबला वादक दीपक साहू जी का स्वागत और अभिनंदन किया । उसके पश्चात संगीत कार्यक्रम की शुरुआत हुई । जिसमें संगीत मर्मज्ञ देबस्मिता भट्टाचार्य ने सरोद वादन और गायन के साथ सम्पूर्ण वातावरण को संगीतमय कर दिया । कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य और विद्यार्थी भाव विभोर हो उन्हें सुनते रहें । जब उन्होंने ‘रघुपति राघव राज राम’ , vaishnav जन के, और एकला चलो की धुन को बजाया तो कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति मंत्रमुग्ध हो सुर से सुर मिला कर गाने लगे और पूरा परिसर राम धुन और संगीत से गुंजायमान हो गया ।उन्होंने अपनी प्रस्तुति के साथ साथ जिज्ञासु विद्यार्थियों को गायन के विभिन्न रागों तीन ताल, झप ताल, रूपक ताल के बारे में बताया और सिखाया भी साथ ही सरोद वादन की विस्तृत जानकारी भी दी । विद्यार्थियों में संगीत के प्रति लगाव को देखते हुए उन्होंने कुछ विद्यार्थियों को मंच पर बुलाया और उनके साथ सुर से सुर मिलाकर उन्हें प्रोत्साहित भी किया ।

स्पीक मैके के सीनियर वालंटियर एवं एवीएम न्यू सैनिक स्कूल के चेयरमैन डॉ.अजय श्रीवास्तव ने इस अवसर पर देबस्मिता को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम छात्रों को भारतीय संस्कृति और धरोहर से जोड़ने का काम करेंगे । उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में संगीत एक थेरेपी की तरह काम करता है और हमारी मानसिक थकान को मिटाकर चित्त को शांत करता है । विद्यालय केडायरेक्टर एस के जनस्वामी ने कहा कि संगीत हमारे जीवन का वह शक्ति पुंज है जो हमें सदा ऊर्जावान बनाए रखता है ।
विद्यालय की प्रिंसिपल जी आर मधुलिका ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह संगीत का जादू है कि इसने समय को भी बाँध दिया और प्रत्येक व्यक्ति कार्यक्रम में इस कदर डूबा रहा कि समय का पता ही नही चला । इसके साथ ही उन्होंने ‘इतनी शक्ति हमें देना दाता , मन का विश्वास कमजोर हो ना ‘ प्रार्थना को विद्यार्थियों के साथ समवेत स्वर में गाया । इस कार्यक्रम में आमंत्रित अभिभावकों के साथ विद्यालय के सभी शिक्षक भी सम्मिलित हुए ।

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