फिर शुरू हुआ रेत का अवैध उत्खनन क्षेत्र में बना आतंक माहौल
अविनाश सिंह की रिपोर्ट
रामानुजगंज-विकासखण्ड रामचंद्रपुर के ग्राम पंचायत चिनिया शिवपुर के कनहर नदी से एक बार पुनः रेत की अवैध उत्खनन कर उत्तरप्रदेश भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है बीते दिनो रेत का अवैध उत्खनन से क्षेत्र में आतंक का माहौल बना हुआ है क्योंकि क्षेत्र में यूपी और झारखंड के लोग कब्जा बना कर खुलेआम धमकी दे कर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं।
जिससे क्षेत्र लोगो मे भय की स्थिति निमिर्त हो चुके हैं।अगर खनिज विभाग के टीम करवाई नई किया तो ग्रामीण करेंगे उग्र आंदोलन रेत माफिया के विरूद्ध में क्योंकि रेत माफिया क्षेत्र में खुलेआम गुंडागर्दी करते हुई रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि 15 जून के बाद से।पूर्ण भारत मे NGT लग गई है इस अवधि में नदियों से रेत का उठाव पूर्णतः प्रतिबंधित रहता है इसके बावजूद रामानुजगंज विधानसभा अंतर्गत सत्ता पक्ष के स्थानीय नेताओं को रेत का भूख ऐसा भरी बरसात में भी चिनिया शिवपुर एवं हरिहरपुर और फुलवार के कनहर नदी से रेत का अवैध उठाव कर ट्रक भरते हैं और दर पर ही प्रति ट्रक 30 से 40 हजार में उत्तरप्रदेश के रेत के ठेकेदारों को बेच दिया जाता है, बताया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश के रेत माफिया रामानुजगंज विधानसभा के सत्ता पक्ष के स्थानीय नेताओ के संपर्क में रहते हैं।
और तो और सत्ता पक्ष के नेताओं द्वारा बाकायदा उन्हें रेस्ट हाउस भी उपलब्ध कराया जाता है जहाँ उत्तरप्रदेश के रेत माफियाओ के लिए हर प्रकार का ऐशोआराम उपलब्ध रहता है , बताया जा रहा है कि रात्रि 08 से 10 बजे के बीच उत्तरप्रदेश से ट्रकों के आने का सिलसिला शुरू होता है और रेत घाट पर 40 से 50 ट्रक एकत्र होने के बाद रात भर जेसीबी और पोकलेन से रेत लोड किया जाता है इसी बीच रात्रि 2 से 3 बजे के बीच सत्ता पक्ष के नेता महंगी कार से घाट पर आ जाते हैं और वे प्रति ट्रक 30 से 40 हजार (जो दर तय रहती है) मौके से नगद प्राप्त करते हैं और ट्रैफिक पुलिस के भांति एक एक करके ट्रकों को निकालते हैं, सूर्योदय से पहले रेत से भरी ट्रक छत्तीसगढ़ के सीमा छोड़कर उत्तरप्रदेश पहुंच चुकी होती है हैरत कि बात ये है कि इस दौरान कई चेकपोस्ट और पुलिस थाने पड़ते हैं फिर भी यह अवैध उत्खन और परिवहन काफी लंबे समय से फल फूल रहा है, बताया जा रहा है कि उस अवैध उत्खनन का हिस्सा जिला से होते हुए रायपुर तक पहुंचती है यही कारण है कि इस रेत के अवैध उत्खनन पर अंकुश लगा पाना कठिन प्रतीत हो रहा है, उधर भाजपा युवा मोर्चा ने भी मोर्चा खोल दिया है और स्पष्ट चेतवानी दी है कि यदि जिला प्रशासन इस अवैध उत्खनन को नहीं रोक पाते तो युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर इसका विरोध करेंगे साथ ही अवैध उत्खनन को भी रोकेंगे, युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने चैलेंज किया है कि छत्तीसगढ़ के नदियों से अवैध रूप से उत्खन किया जा रहा है। रेत का एक छटाक भी उत्तरप्रदेश नहीं जाने देंगे भले ही इसके लिए चाहे कितनी भी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े।