दो दशक बीत गए फिर इनकी गुहार को सुनने वाला कोई नहीं… गौ सेवा कार्य करने वाले गौसेवक पांच मांगों के साथ आज भी ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर से लगा रहे गुहार…..

बिलासपुर–श्री गोपाल कामधेनु गौ सेवा धाम
बिलासपुर के सदस्य बुधवार को जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंच कर गौ सेवा के लिए अपनी पांच मांगों को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।आपको बताते चले कि यह समिति लगभग 23 वर्षों से घायल एक्सीडेंट गौ माता की सेवा का कार्य कर रही है।अपने इस कार्य को आगे और गति देने के लिए समिति के द्वारा लंबे समय से जिला प्रशासन से पांच मांग रखी गई।समिति के द्वारा गौ सेवा कार्य केलिए भूमि आवंटन से लेकर गौ तस्करी की रोकथाम और चिकित्सक देने सहित पशु चिकित्सालय में फैली अव्यवस्था को दूर करने के विषय पर जोर दिया।

ज्ञापन देने समिति के सदस्यों का कहना है कि गौ सेवा हॉस्पिटल के लिए 5 एकड़ भूमि मिलने से गौ सेवा के कार्य में अभी जो कठिनाई आ रही है वह दूर हो जाएगी।वही बिलासपुर जिले में अलग अलग स्थानों से संचालित मवेशी बाजार को बंद किया जाए।जिसमें कुठी घाट मवेशी बाज़ार तखतपुर मवेशी बाज़ार ,रतनपुर मवेशी बाजार इन स्थानों पर सबसे ज़्यादा गौ तस्करी होती है गौ तस्करी का सबसे बड़ा केंद्र कुठी घाट और तखतपुर है जिस पर अवैध रूप गौ तस्करी की जाती है बहुत सारी घटनाएँ हुई जिसपर कार्यवाही भी हुई है! मस्तूरी पर 16 से अधिक तस्कर पकड़े थे प्रशासन ने जिसमे इनके पास अवैध हथियार भी बरामद हुए थे । एक दो पुलिस वाले भी इस कार्य में लिप्त थे जिस पर पुलिस ने कार्रवाई की है लेकिन इन सभी की जो मूल जड़ है वो मवेशी बाज़ार जबकि आज कोई भी किसान बेलो से खेती नहीं करता है यदि होती भी है तो केवल पहाड़ी क्षेत्र पर इसके अलावा केवल गोवंश बुच्चड़ख़ाने ही जाते हैं।

वही पशु चिकित्सालय में पदस्त डॉक्टर राम ओतलवार जिला पशु चिकित्सालय की अभद्रता की शिकायत अनेकों बार की गई,इनके विभाग के अधिकारी कर्मचरियों ने की एवम गौ सेवा आयोग ने भी शिकायत की अभी तक उन्हें नहीं हटाया गया गौ सेवा आयोग ने कार्यवाही हेतु संचालक को नोटिस जारी किया की इस डॉकटर को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिसके कारण यहां पर भारी अव्यवस्था सामना करना पड़ता है। घायल गौ वंश 53 है जिसके उपचार हेतु हमे सुबह केवल दो घंटे के लिए सरकारी डॉकटर उपलब्ध कराया जाये जिससे हम उनके मागदर्शन में और बेहतर उपचार कर सकें। गौ वंश घायल होते हैं तो हमारे पास कोई भी साधन नहीं है उन्हें लाने के लिए हमे कभी आटो या कार में रख कर लाना पड़ता है उनके लिए एक एम्बुलेंस हमे उपलब्ध करवाई जाए।

समिति के सदस्यों ने यह भी बताया कि लगभग 23 वर्ष हो गए इन सभी समस्याओं को लेकर आवेदन ज्ञापन देते हुए, पर अभी तक कोई सुनवाई नही हुई।यदि इसी तरह चलता रहा तो आगामी दिनों में शासन और प्रशासन को जगाने के लिए अपनी मांगों को पूरी करने के लिए गौ सेवक मस्तूरी से बिलासपुर तक दण्डवत पद यात्रा कर इनको जगाने का कार्य करेंगे।यह यात्रा तीन दिनों की होगी इसके बाद धरना प्रदर्शन किया जाएगा जिस हेतु जिला प्रशासन को अवगत कराया जा रहा है

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