
पुलिस और जुआरियों के बीच सत्तर और उन्हतर का क्या है मामला….?फार्म हाउस बना जुए का अड्डा…. कोटा पुलिस की छापेमारी में नौ जुआरी गिरफ्तार……मौके से नगद और कारें जब्त…..
बिलासपुर–दीपावली के दूसरे दिन जुआ खेलने वाले जुआरियों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक फार्म हाउस से नौ आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई कोटा थाना पुलिस ने देर रात ग्राम लमेर स्थित एक फार्म हाउस में छापा मारकर की। बताया जा रहा है कि आरोपी फार्म हाउस में बैठकर रुपयों का दांव लगाकर जुआ खेल रहे थे।
जानकारी के अनुसार, कोटा थाना पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि ग्राम लमेर के एक निजी फार्म हाउस में लंबे समय से जुआ खेलने का अड्डा संचालित किया जा रहा है, जहाँ रोजाना लाखों रुपये का लेन-देन होता है। सूचना की पुष्टि के बाद थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम में उपनिरीक्षक, आरक्षक और विशेष गुप्तचर दल को शामिल कर रणनीतिक रूप से फार्म हाउस की घेराबंदी की गई।
पुलिस टीम के पहुंचते ही जुआ खेल रहे लोग भागने लगे, लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने चारों ओर से घेराबंदी कर सभी को पकड़ लिया। मौके पर पुलिस ने एक बड़ी तादाद में ताश की गड्डियां, ₹69,300 नगद, तीन लग्जरी कारें और 10 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लंबे समय से यहां जुआ खेलने आते थे और हर हफ्ते अलग-अलग स्थानों पर बैठकी आयोजित की जाती थी, ताकि पुलिस को भनक न लगे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गिरीश कश्यप, उधो कश्यप, मनोज कश्यप, मिश्रीलाल कश्यप, कमलेश कश्यप, चन्द्रकांत शर्मा, संतोष कश्यप, राम पटेल और विजय सिंह ठाकुर के रूप में हुई है। सभी जुआरी बिलासपुर शहर के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि यह गिरोह लंबे समय से इलाके में जुए का नेटवर्क चला रहा था।
कोटा थाना प्रभारी तोप सिंह नवरंग ने बताया कि, सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 3(2) जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम, 2022 के तहत अपराध दर्ज कर लिया गया है। जब्त की गई संपत्ति और नकदी का मूल्यांकन किया जा रहा है। पुलिस आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य मामलों की भी जांच कर रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि फार्म हाउस का मालिक जुआ खेलने की गतिविधियों में शामिल था या नहीं।
सत्तर और उन्हतर
पुलिस की इस कार्रवाई में एक रोचक तथ्य सामने आया,समाज की बुराई के रूप में कहे जाने वाले जुआ के फड़ में पुलिस की छापामार कार्रवाई और पकड़े गए जुआरीयो के नाम पता उम्र को लिखा गया तो उसमें एक सत्तर वर्षीय बुजुर्ग भी आरोपी बनाए गए।जो इस उम्र दराज में तेलीपारा बिलासपुर से एक लंबी दूरी तय करके फार्म हाउस में बावन पारियों के साथ अपनी किस्मत को चमकाने के लिए जोर आजमाइश में जुआ खेलने पहुंचे।वही पुलिस ने इन जुआरियों के पास से जो रकम भी बरामद की वह भी जुआरी चचा की उम्र से मात्र एक कम उन्हतर तक पहुंच पाई।सत्तर वर्षीय बुजुर्ग का इस तरह जुआ के फड़ में पकड़ा जाना यह भी समाज और परिवार के लिए एक सोचनीय और चिंतनीय विषय है।