छत्तीसगढ़ के CM साय के शपथ ग्रहण समारोह में जब पीएम मोदी ने मिलाया सिर्फ पूर्व सीएम भूपेश से हाथ, बघेल को क्या संदेश दे गए मोदी?
आज छत्तीसगढ़ के लिए बड़े ही गौरव का दिन था क्योंकि आज प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर विष्णु देव साय ने शपथ ली। राज्यपाल ने सीएम विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ उप मुख्यमंत्री के रूप में अरुण साव और विजय शर्मा ने भी शपथ ली है। इस शपथ ग्रहण के साक्षी बनने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ समेत 6 राज्यों के सीएम केंद्रीय मंत्री पहुंचे थे। शपथ ग्रहण के समारोह में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी पहुंचे थे।
रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में बड़ी संख्या में शपथ ग्रहण समारोह को देखने लोग इकट्ठा हुए थे। जहां छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल ने विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस शपथ समारोह के ठीक पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर पहुंचे तो वो नज़ारा भी देखने लायक था। इस बीच पीएम मोदी ने जिस तरह छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास पहुंचे जिसे देख कर मंच पर सभी मुख्यमंत्री और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भी अचंभित रह गए।
मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे तब मंच पर सभी नेताओं ने उनका अभिवादन किया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी से मिल रहे थे। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से हाथ मिलाकर बातचीत करते हुए जैसे ही पीएम मोदी आगे बढ़े वह सभी को नमस्ते करते हुए सीधे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास पहुंच गए। भूपेश बघेल मंच की पंक्ति में सबसे अंतिम पर बैठे थे। उनसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, फिर सीएम हेमंता, फिर सीएम योगी खडे थे लेकिन पीएम मोदी सीधे “क्या बघेल जी” कहते हुए हाथ बढ़ते हुए भूपेश बघेल की तरफ बढ़ गए। बीच में लगे माइक में यह आवाज कैद हो गई। वहीं इस तस्वीर के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं।
हैरत करने वाली बात यह रही की सीएम भूपेश हाथ जोड़ खड़े थे और पीएम मोदी ने सीधा हाथ आगे बढ़ा दिया। राजनीति के जानकारी का मानना है कि यह एक संदेश है, जिसे राजनीति में विपक्ष के साथ आपसी मेलजोल, आपसी सद्भाव की भावना को प्रदर्शित करता है। पीएम मोदी का पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तरफ हांथ बढ़कर मुलाकात केवल समान्य व्यवहार की भावना को बताता है।