
सैलरी मांगने गए तो सफाई कर्मियों को मिली गाली,ठेके पर काम करने वाले सफाई कर्मियों ने अजाक थाने में डाला डेरा,अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
बिलासपुर-कहा जाता है कि गरीब का पसीना सूखने से पहले उसे उसकी मेहनत का भुगतान कर दिया जाना चाहिए, लेकिन बिलासपुर में नगर निगम के अंतर्गत वार्ड की सफाई करने वाले सफाई कर्मियों के साथ इसका ठीक उल्टा होता नजर आ रहा है।
सफाई कर्मी लंबे समय से वेतन को लेकर प्रबंधन के हाथ पर जोड़ रहे हैं लेकिन जब अपनी मांगों को लेकर वह हड़ताल पर उतरते हैं तो उन्हें जातिगत गालियां सुननी पड़ती है। बिलासपुर नगर निगम द्वारा शहर की सफाई के लिए लायंस कंपनी को ठेका दिया गया है जहां हजारों की संख्या में दैनिक वेतन भोगी के रूप में सफाई कर्मी कार्यरत हैं, ठेके में काम करने की वजह से सफाई कर्मियों को आए दिन भुगतान की दिक्कतों से दो चार होना पड़ता है।
पिछले कुछ महीने से सफाई कर्मियों को कंपनी द्वारा आधी अधूरी सैलरी दी जा रही है। जिसका विरोध करने के लिए आज सोमवार को सफाई कर्मी नगर निगम पहुंचे थे। वहां ठेके के अधिकारी शैलेंद्र सिंह द्वारा मौके पर पहुंचकर सफाई कर्मियों को पड़ताल लॉक करने के लिए डराया धमकाया गया इतना ही नहीं शैलेंद्र सिंह ने सफाई कर्मियों को जातिगत गालियां तक दे डाली।
जिसके विरोध में बड़ी संख्या में सफाई कर्मी थाने पहुंचे लेकिन थाने में भी लगातार शिकायत और फरियाद के बाद भी उन्हें जब कोई सहायता नहीं मिली तो सफाई कर्मी थाने परिसर में ही हड़ताल पर बैठ गए।शिकायत करने पहुंचे सफाई कर्मियों का कहना है।कि शैलेंद्र सिंह द्वारा आए दिन उनसे अभद्र व्यवहार किया जाता है भुगतान को रोककर उनके साथ दुर्व्यवहार करना अब इनकी आदत सी बन चुकी है।