
ए वी एम सैनिक स्कूल में लाइफ स्किल पर कार्यशाला का आयोजन…..
बिलासपुर–गुरूवार को एवीएम सैनिक स्कूल में सीबीएसई के अंतर्गत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें शिक्षकों की उत्साहवर्धक भागीदारी रही । स्कूल परिसर में शिक्षकों के लिए आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम, क्षमता निर्माण कार्यक्रम (सीबीपी) से संबंधित था। जीवन कौशल विषय पर केंद्रित इस प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को उनके छात्रों की भावनात्मक और मानसिक परिस्थितियों का समर्थन करने के लिए आवश्यक उपकरण और तकनीकों से लैस करना था। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम डॉ.रश्मि द्विवेदी ( डी पी एस ,बिलासपुर) और स्मिता साहू (शकुंतला विद्यालय राम नगर ,भिलाई ) द्वारा संचालित किया गया था। जिन्होंने संज्ञानात्मक पुनर्गठन,भावनात्मक विनियमन,व्यवहारिक संक्रियण,आत्म जागरूकता, समस्या समाधान.आलोचनात्मक व रचनात्मक सोच एवं प्रभावी संचार जैसे विषयों से शिक्षकों को अवगत कराया। जीवन कौशल पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जीवन कौशल में मनोसामाजिक योग्यताएं और पारस्परिक कौशल शामिल हैं जो लोगों को सूचित निर्णय लेने, समस्याओं को हल करने, गंभीर और रचनात्मक रूप से सोचने, प्रभावी ढंग से संवाद करने, स्वस्थ संबंध बनाने, दूसरों के साथ सहानुभूति रखने और स्वस्थ और उत्पादक तरीके से अपने जीवन का प्रबंधन करने में मदद करते हैं।
उन्होंने बताया कि किशोर वय बच्चों को समझना और उन्हें सुनना जरूरी है। जब तक हम उन्हे सुनेंगे नही हम उनकी समस्याओं को समझ नहीं पायेंगे और अगर हम उन्हें समझेगे नहीं तो उनकी समस्याओं को हल नहीं कर पायेंगे । शिक्षक का धर्म है कि वह अपने विद्यार्थी की कमजोरी को उसकी ताकत बनाए ।
इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन डॉ. अजय श्रीवास्तव ने कहा कि हम अपने छात्रों के बीच भावनात्मक बुद्धिमत्ता और चिंतन कौशल को बढ़ावा देने के लिए अपने शिक्षकों को नवीन पद्धतियों से परिचित करवाने के महत्व को समझते हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एक सहायक और समावेशी शिक्षण वातावरण बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
विद्यालय के डायरेक्टर एस के जनास्वामी ने कहा कि आज के विद्यार्थी कल के कर्णधार होंगे । इसलिए उन्हें समझना और सही दिशा निर्देश देना आवश्यक है ।इसलिए विद्यार्थियों को समझने के लिए शिक्षकों को जीवन कौशल के बुनियादी ढांचे को समझना होगा और व्यावहारिक रूप मे उसका अनुप्रयोग करना होगा ।
प्रिंसिपल जी आर मधुलिका ने कहा कि शिक्षक हमारे छात्र एवं उनके भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उन्हें हमारे छात्रों की भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक जरूरतों को पूरा करने के लिए सशक्त बनाएगा, जिससे उन्हें आवश्यक जीवन कौशल, समस्या समाधान , सूक्ष्म चिंतन और सकारात्मक संबंध विकसित करने में मदद मिलेगी ।
प्रशिक्षण को शिक्षकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली । शिक्षकों ने अपने कौशल और ज्ञान को बढ़ाने का अवसर देने के लिए स्कूल प्रबंधन और प्रशिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया ।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रिंसिपल ने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम हेतु प्रशिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया ।