पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल के जन्म दिवस पर यादव समाज…अनुसूचित जाति…. अनुसूचित जनजाति एवम सिंधी समाज ने किया सम्मान….
बिलासपुर – जिले के अनुसूचित जाति समाज जो कि विभिन्न देवी देवताओं महापुरूषों को अपने विचारों में मानते हैं इन सभी समाजों के मन में एक ही भावना होती है, अनुसूचित जाति समाज का विकास, समाज की उन्नति, प्रगति और एकता का। समाज के लोगों ने आज एकजुट होकर पूर्व केबिनेट मंत्री अमर अग्रवाल का सम्मान त्रिवेणी भवन में एक समारोह में किया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने इस आयोजन के लिए समाज के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह समाज अपने प्रगतिशील विचाराधारा के कारण काफी अग्रणी हो गया है। बरसात पानी के बावजूद समाज के सभी वर्गों एवं जिम्मेदार पदाधिकारियों ने भारी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्शायी। समाज के सभी लोगों ने भारी उत्साह के साथ समारोह में शामिल रहे। मूसलाधार बारिश के बावजूद लोगों ने भारी उत्साह के साथ अपने पूर्व विधायक को फूल मालाओं से लाद दिया। ढोल ताशा और पंथी नृत्य और आतिशबाजी के साथ उनका जोरदार स्वागत किया गया।
त्रिवेणी भवन में पहुंचते ही कुमकुम का टीका लगाकर पुष्प वर्षा करते हुए सातकर्णि बहने उन्हें मंच तक ले गई। मंच पर सर्वप्रथम दीप प्रज्जवलित कर बाबा साहेब अम्बेडकर, संत रविदास, गुरू घासीदास बाबा ,वाल्मिकी जी, सुदर्शन जी, परम पूज्य मोहर साय जी के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पअर्पण कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
मुख्य अतिथि अमर अग्रवाल के साथ में सभी अनुसूचित जाति समाज के प्रबुद्ध जनों को मंच पर बैठाया गया और सभी का साल श्रीफल एवं पुष्प माला से सबका अभिनंदन किया गया।
सभी समाज प्रमुखों के साथ में आए समाज के वरिष्ठ जनों ने सामूहिक रूप से अमर अग्रवाल का शाल श्रीफल भेंट कर अमर अग्रवाल का सम्मान किया। अमर अग्रवाल ने सभी समाज प्रमुखों को धन्यवाद दिया और कहा समाज आज जिस तरह से एक धागा में पिरोकर एक साथ खड़े हैं यह ताकत बताती है कि अनुसूचित जाति सबसे बड़ा संगठित समाज है, संघर्ष के समय भी आप सबका मुझे भरपूर प्यार मिला है, मैं आप सबको यकीन दिलाता हूं कि जीवन पर्यंत तक सुख में दुख में मैं इस समाज के साथ सदैव खड़ा रहूंगा।अमर अग्रवाल ने कहा कि इन पांच सालों में जो बिलासपुर की दुर्गति हुई है इसका मुझे खेद है किंतु आने वाला समय फिर से एक अच्छे बिलासपुर, शांति पूर्ण बिलासपुर रहेगा इसका वादा करता हूं। स्वागत भाषण महेश चंद्रिका पुरे ने किया वहीं मंच का संचालन चंद्रप्रकाश सूर्या एवं भास्कर जी ने किया आभार योगेश बोल ने किया।
इसके पूर्व राम मंदिर तिलक नगर में यादव समाज के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें बड़ी संख्या में यादव समाज के पदाधिकारियों के साथ समाज के सभी वर्ग के लोग उपस्थित थे। पूर्व केबिनेट मंत्री अमर अग्रवाल के पहुंचते ही कार्यक्रम स्थल में फूल मालाओं आतिशबाजी के साथ स्वागत किया। पुष्प वर्षा कर उन्हे मंच तक लाया गया।
तत्पश्चात् समाज के प्रमुखों में पुष्पहार से मुख्य अतिथि का स्वागत किया। श्री अग्रवाल ने यादव समाज की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि समाज सभी क्षेत्रों में अपना किर्तिमान स्थापित किया है। इसी प्रकार गोड़वाना भवन अशोक नगर में अनुसूचित जनजाति समाज का सम्मान समारोह संपन्न हुआ।
यहां भी काफि संख्या में समाज के वरिष्ठजन व पदाधिकारी उपस्थित थे। स्वागत समारोह के पश्चात् पूर्व केबिनेट मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार की नीति सदैव विकास विरोधी रही है। विगत पांच वर्षों में शहर में विकास कार्य हुए ही नहीं और शहर विकास के मामले में काफी पिछड़ गया। अपराध भी बढ़े और यह शहर अपराधगढ़ बन गया। आप सभी के सहयोग से इन कमियों को पूरा किया जायेगा।
दिन भर व्यस्तता भरे कार्यक्रमों के बीच पूर्व केबिनेट मंत्री अमर अग्रवाल ने भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा आयोजित सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण किया। जहां युवाओं ने भारी संख्या में उपस्थित होकर उनका स्वागत किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने युवाओं के साथ सदैव छल किया, इसका सबसे बड़ा उदाहरण पी.एस.सी. घोटाला है। वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को नियमितिकरण नहीं किया गया। इसके पश्चात् उन्होंने वाल्मिकी चौक पहुंच कर वाल्मिकी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और बिलासा दाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर महाआरती की गई।
तत्पश्चात् वहीं शनिचरी बाजार रपटा चौक में श्रमिक भाई-बहनों का सम्मान किया गया। शाम सात बजे अरपांचल सेवा समिति, गायत्री मंदिर रोड, व्यापार विहार पहुंच कर विघ्नहर्ता भगवान गणेश जी की आरती में शामिल हुए। अंत में रात्रि आठ बजे सिंधी समाज द्वारा सिंधु सभा भवन तोरवा में आयोजित सम्मान समारोह में शामिल हुए। रात्रि नौ बजे अपने कार्यालय पहुंचने पर वहां उपस्थित आम जनों से मिले।
इस दौरान रामावतार, सेवकराम सूर्यवंशी, एम.एल. नवरंग, डी.डी. लहरे, भागवत बंजारे, राजेन्द्र सारथी, विक्की सारथी, अशोक ठाकरे, अशोक वाहने, गेंदलाल खारसे, सावित्री लहरे, उमेश केशरी, मधुकर, जीवन पाल, नारायण सावरकर, सुनिल चौहान, बबलू पनकरे, संजय यादव, प्रकाश यादव, विजय यादव, कार्तिक यादव, सोमनाथ, बुधराम, मंतराम, घुलऊ, पी.आर. यादव, के.सी. यादव, तेरस, उमेश, रजनी यादव, दीपशिखा, रागेश्वरी, रोहिणी, आशा, दीपा, मंजू, राधा, उर्मिला यादव, मीनाक्षी, सुशीला, मीना यादव, दुलारी, सुषमा यादव, शैलेन्द्र यादव, बुधराम यादव, सोमनाथ यादव, प्रकाश यादव, पिंटू यादव, मधु यादव, सूरज, दर्शन, अजय, रूपेश, भोला, गोलू, आयुश, दीपक, राकेश, लल्ला, बबलू, अज्जू समेत आदि सभी वर्ग समुदाय के लोग उपस्थित थे।