जल प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने पहुंचे प्रभारी सचिव.. गोधन न्याय योजना की प्रगति की ली जानकारी..
यहां उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलाओं से चर्चा की.. गौठान समिति के सदस्यों से चर्चा की.. उन्होंने कहा कि सभी गौठानों में बड़ी मात्रा में गोबर का क्रय किया जा रहा है अब इनसे वर्मी कंपोस्ट बनाया जाएगा.. वर्मी कंपोस्ट का उत्पादन जितना अच्छा गुणवत्तापूर्ण और अधिक मात्रा में होगा.. इससे समितियों की और स्व सहायता समूहों की उतनी ही अधिक आय होगी अतः इस कार्य को पूरी लगन के साथ करें.. सचिव ने कहा कि.. जरूरत के मुताबिक अतिरिक्त वर्मी टैंकों का निर्माण भी कर ले.. सचिव ने गौठान में व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी भी गौठान समिति के सदस्यों से ली.. गौठान समिति के सदस्यों ने बताया कि नियमित रूप से पशु चिकित्सक यहां पर आते हैं.. और नस्ल सुधार आदि का कार्य किया जा रहा है। श्री परदेसी ने इस मौके पर कहा कि यदि गोबर का संग्रहण अधिक मात्रा में हो रहा है तो ऐसे गौठान में बायोगैस के लिए भी कार्य किया जा सकता है.. परदेसी ने गांव के लोगों से गोधन न्याय योजना के भुगतान से संबंधित जानकारी भी ली.. उन्होंने कहा कि आप लोगों की सक्रियता से ही यह योजना सफल होगी..