किसने कहा- जब आग लगेगी तब कुआं खोदेंगे.. कोरोना टेस्ट का लैब ही बीमार हो गया है तो जांच और इलाज कौन करेगा.. लोगों में फैली है दहशत..’
मौसमी बीमारियों से प्रभावित लोग सार्दी खांसी बुखार से पीडित डर भय से ग्रसित हो रहें हैं परिजन चिंतित एव विचलित है किसी भी हॉस्पिटल मे किसी भी प्रकार के संबधित मरीजों को भर्ती करने आनकानी कि जा रही है कोरोना जांच के प्रमाण-पत्र के बिना.. लगभग ऐसी स्थिति से गुजर रहा है छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण शहर बिलासपुर कोरोना महामारी से प्रभावित लोगों के इलाज की कहीं भी कोई भी व्यवस्था नहीं अव्यवस्था के चलते मानसिक शारिरीक पीड़ा से गुजर रहे हैं.. ऐसा कहना है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव महेश टाटा का.. बढ़ते कोरोना वैश्विक महामारी में जिस तरह बिलासपुर की इलाज व्यवस्था है उसे देखकर इस महामारी काल मे भगवान ही मालिक वाली कल्पना की जा रही है.. ऐसे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव महेश टाटा ने शहर के स्वास्थ्य व्यवस्था को आढें हाथों लिया है महेश टाटा ने कहा है कि.. मरीज एवं उनके परिजन अलाम यहां हैं कि जांच करने के नम्बर आनें के पहले मरीज मानसिक तौर पर डर भय से ग्रसित हो जाता है और परिजन तनाव मे शारिरीक पीड़ा से कमजोर और विचलित हो रहें हैं..
पिछले 6 महिनों से इस महामारी से जनता बेचैन है फ़िर भी समय रहते व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त न कर हम तमाशबीन बनें बैठे हैं शीघ्र ही प्रशासन जांच करने के सेन्टर को बढाने की व्यवस्था करें रिपोर्ट जल्द से जल्द मिलें जिससे संक्रामक से ग्रसित मरीज का शीघ्र इलाज प्रारम्भ हो सकें.. कोरोना मरीजों के लिए सबसे जरूरी रेम्डिसिविर इंजेक्शन का अभाव है पिछले पांच दिनों से यहां इंजेक्शन या इसी तरह का कोई दुसरे कंपनी का भी नहीं मिल रहा है इसकी व्यवस्था पर प्रशासन ध्यान दे बहुत मंहगा है पर समय पर इंजेक्शन उपलब्ध हो जाता है तो इंजेक्शन की मदद से मरीज को बचाया जा सकता है। इस पूरी प्रोसेस में 6 इंजेक्शन का एक कंप्लीट डोज़ मरीज को हर दूसरे दिन दिया जाता है.. 1 दिन छोड़कर जब इंजेक्शन लगता है तो वायरस लोड धीरे-धीरे कम होता जाता है.. इस प्रकार इस संपूर्ण प्रक्रिया में 25 हज़ार रुपये का खर्च आता है.. मध्यप्रदेश सागर के संभागायुक्त जेके जैन की अपील पर सागर के बहुत से समाजिक व्यापारीक संगठनों के लोग जुड़े और पीडित मध्य गरीब वर्ग के लोगों के लिए आर्थिक सहयोग देकर लगभग 70 लोगों को स्वस्थ लाभ दिलाने का पुनीत कार्य किया है.. कुछ ऐसी ही व्यवस्था के साथ बिलासपुर के स्थानीय समाजिक राजनैतिक संगठनों के साथ साथ व्यापारिक एव सांस्कृतिक मंचों द्वारा इस महामारी के संकट काल मे एकजुट होकर शासन-प्रशासन के साथ बैठक कर सार्थक पहल करनी चाहिए..जिससे इस विश्वव्यापी महामारी से प्रभावित लोगों को शासन-प्रशासन के मध्यम से अधिक से अधिक सहयोग कर उन्हें शीघ्र स्वस्थ लाभ पहुंचाने मे सहभागिता निभाने समाने आएं..