किसानों के लिए आफत लेकर आई आंधी तूफान के साथ ओले गिरने से किसानों कि खड़ी फसल हुई नुकसान, शासन -प्रशासन से मुआवजे कि मांग
यामिनी चन्द्राकर की रिपोर्ट
गरियाबंद जिले के छुरा के खड़मा क्षेत्र के सैकड़ो किसानों के लिए यह आंधी तूफान बड़ी मुसीबत बनकर बरसी है, बीते एक सप्ताह से आंधी तूफान और ओले बरसने के कारण लगभग 100 एकड़ फसल को आंधी तूफान के चलते भारी नुकसान पहुचा है। फसल पूरी तरह पक कर तैयार हो गया था की अचानक मौसम बदला और आंधी तूफान के साथ ओले बरसने लगा जिसके कारण किसानों की पक चुकी धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई।
बता दें कि कुछ दिनों से तेज धूप के साथ बढ़ती गर्मी के बीच एक सप्ताह से अंचल में गरज चमक आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश से गर्मी के मौसम को खुशनुमा बना दिया है आंधी तूफान के साथ अंचल में हुई बारिश से लोगो को गर्मी से थोड़ी राहत तो मिल गई लेकिन इस आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश ने किसानों की परेसानी को बढ़ा दिया है साथ ही छोटे छोटे सब्जी के किसानों की सब्जियां भी अंचल में हुई बारिश के साथ गिरे ओले से खराब हुई फसलें, जिले में अभी लाकडाउन के चलते बाहर मंडी से सब्जी नही आ रहा है अंचल में बड़ी मात्रा में लोगो ने अपनी बॉडी में सब्जी का फसल लगाया था बीते दो दिनों से अंचल में झमाझम बारिश के साथ तेज आंधी के साथ बर्फ गिरने की वजह से सब्जी की खेती और रबी कि फसल को काफी नुकसान पहुचा है। वही अब जिन किसानों की फसल नुकसान होने से बच गई है उन्हें अपनी उपज बेचने की चिंता सता रही है जिले में रवि फसल की खरीदी करने के लिए एक भी मंडी खुला नही है।
जिससे किसानों की परेसानी को और बढ़ा दिया है क्षेत्र के अधिकतर किसान सेठ साहूकारों से कर्ज लेकर खेती के लिए बीज व खाद लिए रहते है धान पकने के बाद कटाई कर बेचकर सेठ साहूकारों से लिये कर्ज को चूकते है लेकिन इस बार मंडी नही खुलने की वजह से किसानों को कर्ज चुकाने के लिए अपनी उपज को सेठ साहूकारों के पास औने पौने दाम पर बेचने कि मजबूरी बन गई है हालांकि किसानों की समस्या को दूर करने के लिए राजिम विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सन्तोष उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे से दूरभाष से चर्चा कर मंडी खोलने की अपील की है जिसपर कृषि मंत्री ने मंत्री मण्डल से चर्चा कर मंडी खोलने का आश्वाशन दिया है।