देर रात तक चली अधिकारियों की बैठक,सुबह से सभी खदानों का निरीक्षण,आवश्यक निर्देश जारी – सीएमडी एसईसीएल भटगाँव के दौरे पर
बिलासपुर-सीएमडी एसईसीएल डॉ प्रेम मिश्रा शनिवार रात भटगाँव क्षेत्र पहुँचे तथा पहुँचते हीं प्रमुख विभागाध्यक्ष तथा एरिया कोर टीम के साथ बैठक की।
रविवार सुबह से उन्होंने एक के बाद एक, भटगाँव एरिया की सभी खदानों का निरीक्षण किया। शुरुआत भटगांव भूमिगत खदान से हुई जिसके बाद वे भटगांव सीएचपी गए।महान-I , महान -II एवं दुग्गा खदान के माईन प्लान का अवलोकन करते हुए उन्होंने इन खदानों में माइन बाउंड्री के पास शेष बचे कोयला को निकालने हेतु तत्काल प्लान बनाने का निर्देश दिया।तदोपरांत, महामाया भूमिगत खदान, कल्याणी भूमिगत खदान, शिवानी भूमिगत खदान, जगन्नाथपुर, नवापारा यूजी खदानों का निरीक्षण किया गया।
विदित हो कि जगन्नाथपुर ओसीपी एवं शिवानी यूजी को इसी वर्ष नेशनल सेफ़्टी अवार्ड भी प्राप्त हुए थे।अपने निरीक्षण के दौरान डॉ मिश्रा ने खदान के कार्यस्थल की साफ-सफाई, खदान के ट्रैवलिंग रोड के मेंटेनेंस एवं अनुपयोगी सामानों को सुव्यवस्थित रूप से स्टोर करने एवं मशीनों को उनकी क्षमता के अनुसार अधिकाधिक उपयोग में लाने सहित खदान परिसर में उपकरणों के रखरखाव पर विशेष निर्देश दिया।खनन उद्योग में तकनीकी समायोजन तथा प्रबंधन के कुशल हस्ताक्षर डॉ मिश्रा ने खदान की कोर टीम के साथ प्रत्येक खदान के माईन-प्लान का गहराई से निरीक्षण किया।
उन्होंने सभी खदानों में सुरक्षित एवं प्रोफेशनल वर्किंग कल्चर विकसित करने हेतु सभी को उत्साहित किया।सीएमडी एसईसीएल ने खदान विज़िट के दौरान बेहतर कार्य-निष्पादन वाले कामगार बंधुओं को सम्मानित भी किया।
वे क्षेत्र के श्रम संगठनों के प्रतिनिधियों से मिले तथा उनके विचार व सुझावों का संज्ञान लिया।खदानों के निरीक्षण के क्रम में डॉ मिश्रा ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि खदान परिसर में रखे उपकरणों का सुव्यवस्थित तरीक़े से भंडारण हो और इनका आवधिक मेंटेनेंस सुनिश्चित किया जाए।
उन्होंने सभी खदानों के मुहाने से आने-जाने के रास्ते को चाक-चौबंद और दुरुस्त, रखने का निर्देश दिया।देर दोपहर, एरिया जेसीसी के सम्मानीय सदस्यों के साथ बैठक आयोजित की गई।सीएमडी एसईसीएल ने सभी खदानों के मैनेजर एवं सब -एरिया मैनेजर के साथ एक सेशन आहूत करने का निर्देश दिया है जो कि देर शाम प्रस्तावित है।
वित्तीय वर्ष 2022-23 में भटगाँव क्षेत्र लगभग 2.5 मिलियन टन के उत्पादन लक्ष्य की ओर अग्रसर है जिसमें लगभग २ एमटी ओपनकास्ट परियोजनाओं से अपेक्षित है।निरीक्षण के दौरान, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, खदान की कोर संचालन टीम , मुख्यालय बिलासपुर से योजना परियोजना, भू-राजस्व सहित अन्य विभागाध्यक्ष आदि उपस्थित हैं।