हैदराबादी अब्दुल्ला दलाल की करतूत से .…..ओमान में बंधक बनाई गई जोगी दीपिका…..घर वालो ने प्रदेश सरकार से लगाई गुहार…..सरकार आई एक्शन में युवती वापस आई अपने देश में….. देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का किया आभार
छत्तीसगढ़–घर की आर्थिक तंगी और काम की तलास में छत्तीसगढ़ की युवती को विदेश में बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया था।जहां इस मामले में प्रदेश सरकार और भारत सरकार ने गंभीरता से लेते हुए उसे वापस अपने देश भारत लाने में सफल रही।आपको बताते चले की ओमान देश में बंधक बनाई गई जोगी दीपिका आखिर अपने वतन आने और उसके बाद खुर्सीपार स्थित घर पहुंच गई।
यहां पहुंचते ही परिजनों और दीपिका के खुशी के आंसू छलक आए।उसने सुरक्षित वापसी के लिए भारत सरकार,प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा को धन्यवाद कहा। दरअसल रोजगार की तलाश में ओमान देश पहुंच कुकिंग कार्य करने गई दुर्ग जिला अंतर्गत भिलाई खुर्सीपार निवासी 29 वर्षीय जोगी दीपिका की मुश्किलें दिल्ली पहुंचने के बाद भी कम नहीं हुई है। सुबह लगभग 4 बजे दिल्ली पहुंचने के बाद दिल्ली से रायपुर के लिए दीपिका की जिस फ्लाइट की टिकट बुक की थी वह 11:55 की थी जो कि साइलेंट टर्मिनल होने की वजह से दीपिका से मिस हो गई है। देर रात 9:00 बजे दीपिका एयरपोर्ट पहुंची।जिसके बाद सकुशल वह अपने घर पहुंच गई।आपको बता दे की प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने विदेश मंत्रालय से बात की, तत्काल विदेश मंत्रालय ने एक्शन लेते हुए दीपिका को सकुशल भारत लाया गया। दीपिका अब घर पहुंच चुकी है। वहीं जोगी दीपिका ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पैसे की जरूरत के चलते मुझे विदेश जाना पड़ा और मुझे कहा गया है कि कुकिंग का काम करना है और एक छोटी सी फैमिली है।वहां जाकर देखने के बाद पता चला कि यह बहुत बड़ी फैमिली थी।हैदराबाद का दलाल अब्दुल्ला ने मुझे भेजा था। वहां जाने के बाद मुझे पता चला अब्दुल्ला इजैक्ट नहीं एक दलाल है। मेरे साथ मारपीट की जाती थी।इतना मारते थे की मैं अधमरी हो जाती थी।मारपीट के।साथ साथ मेरे को मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया जाता था।अस्पताल भी नही ले जाया जाता।दलाल अब्दुल्ला से बोलने पर वह धमकी देता था।जो करना है कर लेना।मेरा कोई कुछ नही कर पायेगा।मैं तो सऊदी में छिप गया हु।भारत सरकार भी कुछ नहीं कर सकती।जिसके बाद उन्होंने कहा कि सवेरे जब सब सो रहे थे उसे समय वहां से भागने का मौका मिला वहां से भाग कर मैं एंबेसी पहुंची। वहां पर मेरे जैसे 40 से 50 महिला अभी भी फंसे हुए हैं, वहां से निकलना बहुत मुश्किल है।भारत पहुंच कर मुझे बहुत खुशी मिल रही है।मैं कभी नहीं सोचती थी कि भारत पहुंच पाऊंगी भारत सरकार की मदद से मैं भारत पहुंच गई।शुक्रगुजार हूं देश के प्रधानमंत्री और छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा की।