
थानेदार को ही नहीं पता उनके थाने में तैनात साहू बंधुओं की करतूत….. अवैध रेत परिवहन में लगी गाड़ियों से वसूला जा रहा लाखों रुपए महीना…..अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का गढ़ बना कोनी क्षेत्र…..
बिलासपुर–जिले के सजग और अपने कर्तव्य के प्रति सचेत रहने वाले पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह पूरी शिद्दत के साथ अपराध और अपराधियों के अलावा अवैध कारोबार और कारोबारियों पर नकेल कसने के लिए लगातार अपने अधीनस्थ अधिकारियों और थाना प्रभारियों को समय समय पर बेहतर पुलिसिंग के दिशा निर्देश देकर पुलिस की अच्छी छवि के साथ पुलिस के प्रति समाज में एक विश्वास कायम हो इसके लिए प्रयासरत है।लेकिन वही इन्हीं के विभाग के कुछ आला अधिकारी और थाना प्रभारी के साथ साथ पुलिस कर्मी इनके नाम का फायदा उठाते हुए जमकर अवैध वसूली का बीड़ा उठा कर अपनी जेब को गरम करने में लगे है।अच्छी खासी मोटी रकम को वसूल करने में इन पुलिस कर्मियों के द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ रहे है।आपको बताते चले कि इन दिनों अवैध कारोबारियों का शहर में बड़ा बोलबाला है।इनके बोलबाला के पीछे मुख्य कारण थाना प्रभारी और उनके वसूली बाज आरक्षक।इनके अवैध कारोबार पर इनके द्वारा पूरा सरंक्षण देकर पाला पोशा जा रहा है।आलम की यह कि इनके क्षेत्र में फल फूल रहे अवैध कारोबार के बारे में पूछने पर उस अवैध कारोबारी तक तत्काल सूचना पहुंचा दी जाती है।यही नहीं कुछ मीडिया कर्मियों के द्वारा उक्त रिपोर्टर के बारे में जानकारी भी जुटाई जाती है।इनकी सब हरकतों से लगता है एक सिंडिकेट बनाकर कर इस अवैध कारोबार को संचालित किया जा रहा है। अमूमन अक्सर यह देखा गया कि इस अवैध कारोबार और सिंडीकेट की भनक कप्तान तक ना लगे इसके लिए बाकायदा समय समय पर खानापूर्ति के साथ कार्रवाई का महज दिखावा भी किया जाता है।
इस मामले में सूत्र से मिली जानकारी और हमारी पड़ताल में यह तथ्य सामने आए कि कोनी क्षेत्र अवैध रेत खनन का गढ़ बना हुआ है। यहां पर वाहनों के दर सुनिश्चित किए जाते है।एक वाहन से पांच हजार रुपए महीना वसूला जाता है।वही जो वाहन चालक महीना नहीं दे सकते उनके लिए भी रोजाना दर 1500 सौ रुपए सुनिश्चित किया गया है।अक्सर कई वाहन मालिक महीने में कभी कभी अपने वाहन को रेत के अवैध परिवहन में लगाते है।उनके लिए यह दर निर्धारित की गई है।बताया जा रहा की लगभग 300सौ बड़े ट्रक जैसे वाहन इस अवैध परिवहन में लगे है।वही ट्रैक्टर की बात करे तो उनके आंकड़ों के ट्रक के आंकड़ों से कभी ज्यादा या कम भी होते है।
वही इस मामले में कोनी थाना प्रभारी नवीन देवांगन से पूछने पर झल्लाहट में आकर सीधे खनिज विभाग के इंस्पेक्टर को फोन लगाकर अपने आप को पाक साफ बताने का प्रयास किया। और अपनी बात को रखते हुए खनिज विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं की जाती है।अभी तक मेरे द्वारा ही कार्रवाई की गई।जितनी भी कार्रवाई अवैध रेत परिवहन में कोनी थाना से की गई उतनी खनिज विभाग से भी नहीं की गई।वही इन सब बात के बाद थाना प्रभारी अपनी कुर्सी से उठकर झल्लाते हुए फोन इसलिए नहीं उठाता और नाही आपका फोन उठाऊंगा कहकर खाना खाने का समय हो गया बोलते हुए थाना से बाहर निकल गए।