सियासी घमासान– महापौर के लिए भाजपा और कांग्रेस तय नहीं कर पाए उम्मीदवार….भाजपा की वार्ड पार्षद की सूची में अब भी कुछ नाम रहे बाकी.….महापौर नामों के लिए अब भी संशय में पार्टी…..आखिर किन नामों पर मचा सियासी पेंच.….पढ़िए पूरी खबर….

बिलासपुर–निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद से से छत्तीसगढ़ में सियासत और सियासी पारी की जुगत में लगी उम्मीदवारी ने पूरे माहौल को गरमा दिया है।एक तरफ भाजपा ने बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्डो में से 64 उम्मीदवारों के नाम की सूची पर मुहर लगाकर इनके नामों की घोषणा कर दी।तो वही दूसरी और कांग्रेस ने अभी तक अपना पत्ता भी नहीं खोल पाई है।शनिवार को रायपुर में कांग्रेस की सूची के लिए मंथन का दौर चला पर कोई परिणाम सामने नहीं आया।बताया जा रहा की रविवार्व तक सूची आने की संभावना है।यहां पर उम्मीदवारी को लेकर कई कयास लगाए जा रहे है।जिसमें बिलासपुर नगर निगम पार्षद पद के कई वार्डो से पेनल में सिंगल नाम सामने आए तो कई वार्डो के पेनल में और भी नाम शामिल किए है।जिसको लेकर यहां पर भी मंथन का दौर चालू है।

बिलासपुर से भाजपा में महापौर के नाम पर कई अटकलें और कयास

शनिवार को रायपुर भाजपा कार्यालय में पूरे प्रदेश में महापौर के नामों पर विचार विमर्श का दौर चला पर सहमति नहीं बन पाई।बताया जा रहा कि बिलासपुर महापौर के उम्मीदवारी पर काफी जोर दिया गया।जहां पर नेता एक राय नहीं हो पाए।जिसको लेकर महापौर के नाम का पेंच फंस गया।देर रात नामों पर मुहर लगनी थी उसे अगले दिन रविवार के लिए टाल दिया गया है।सूत्र के हवाले से यह भी बात निकल कर सामने आ रही है,महापौर के नाम पर मची सियासी हलचल को लेकर विधायक और मंत्री संगठन पर दबाव बनाते हुए अपने उम्मीदवारों पर सहमति बनवाने के लिए एडी चोटी लगाकर पेंच को फंसा दिए है।इन्हीं सब बातों के बीच में प्रदेश संगठन पदाधिकारी महापौर के नाम को लेकर दूसरे दिन सूची जारी करने की बात करते हुए इसे आगे बढ़ा दिए।लेकिन दिन भर की उठापटक के बाद भी कयासों का बाजार बहुत ज्यादा ही गर्म रहा है।वही दिन भर अलग अलग नाम को प्रसारित करते हवा हवाई बाते सामने आई।लेकिन इस उठापटक को लेकर बीजेपी में चल रही अंतर कलह को भी नकारा नहीं जा सकता।अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाली पार्टी को उम्मीदवारों की सूची को लेकर चल रहे घमासान ने इस बात की पुष्टि का इशारा भी कर रही है।बताया यह भी जा रहे कि इस बार बिलासपुर संगठन से लेकर विधायक मंत्री और प्रदेश के संगठन बैठे पदाधिकारी भी बिलासपुर महापौर के लिए अपने अपने नाम को आगे बढ़ाए जिसके कारण यह नौबत सामने आई।

जानकारों का कहना कि इस बार संगठन अपने स्तर पर निर्णय के साथ उम्मीदवारों के नाम तय करेगा।भले विधायक और मंत्री से चर्चा कर उनके सुझावों पर गौर किया गया है। लेकिन संगठन पदाधिकारी महापौर पद के लिए उन सभी कयासों और संभवाना के ऊपर ही मुहर लगाकर अपनी सूची को जारी करेगी।अब देखना यह होगा कि बिलासपुर के महापौर पद के संगठन किसके नाम।पर मुहर लगाकर मैदान में उतरती है।

Related Articles

Back to top button