कुम्भकरणीय नींद से जागा आबकारी अमला….फर्जी परमिट के सहारे चुनाव में खपाने लाई गई एक कंटेनर शराब को स्टेट और डिविजन की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए पकड़ा….पार्षद पद के निर्दलीय उम्मीदवार का नाम आने के बाद हुआ फरार….पार्षद उम्मीदवार को शहर के एक नामचीन और बड़े व्यवसाई के संरक्षण की चर्चा…..

बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर से एक बड़ी खबर निकल सामने आ रही है।जहां पर मंगलवार को होने वाले मतदान के पहले बिलासपुर में शराब की एक बड़ी खेप को पकड़ा गया।जो फर्जी परमिट के सहारे शराब की खेप को गोवा से लाया गया था शराब बिना होलोग्राम की है, तस्करों ने गोवा से भूटान का फर्जी परमिट बना रखा था जिसके सहारे ये बिलासपुर तक शराब से भरे कंटेनर को ले कर आए थे। आबकारी विभाग की स्टेट और डिविजन के अलावा जिले की संयुक्त टीम ने मिलकर बिलासपुर के हाईकोर्ट छतौना रोड से कंटेनर को पकड़ा है। साथ ही एक कार भी बरामद की गई है। यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई है।


बिलासपुर आबकारी विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर रोड से एक कंटेनर में 1000 पेटी अंग्रेजी शराब जप्त की गई है। जप्त शराब की कीमत करीब 1 करोड़ रुपए से अधिक बताई गई है। जानकारी मिली है कि शराब की खेप को गोवा से भूटान का परमिट बना कर ले जाया जा रहा था लेकिन जांच में यह परमिट फर्जी निकला है। दरअसल यह शराब की खेप को बिलासपुर में ही उतारा जाना था और इसे शहर में उतारने के लिए बाकायदा कोड का इस्तेमाल किया जाना था कोड जय मां लक्ष्मी के नाम का प्रयोग कर रहे थे।

आबकारी टीम ने ड्राइवर और डिलेवरी ब्वॉय को पकड़ा है। दोनों ने बिलासपुर में किसी पंकज सिंह और जय बघेल के लिए शराब लाने की बात कह रहे है पंकज और जय कौन है कहा रहते है इसकी जांच कर उन्हें भी पकड़ने की बात आबकारी अधिकारी कह रहे है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि ये शराब क्या चुनाव में खपाने के लिए लाई गई थी क्योंकि बोतलों में बिना होलोग्राम की शराब है आबकारी टीम ने शराब की 1000 पेटी के साथ कंटेनर और एक कार जप्त की है। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग की अब तक की यह सबसे बड़ी कार्रवाई है।

पार्षद उम्मीदवार हुआ फरार

आबकारी टीम की कार्रवाई के बाद निगम चुनाव में पार्षद पद पर अपनी किस्मत को आजमा रहे एक पार्षद उम्मीदवार मैदान से भाग खड़ा हुआ।जिसकी खोजबीन में टीम जुटी हुई है।सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार पार्षद उम्मीदवार को शहर के एक नामचीन और समाजिक और व्यवसायिक क्षेत्र में नाम कमाने के बाद राजनीति में अपनी किस्मत आजमाने वाले के प्रगाढ़ संबंध है।जो इस चुनाव में खुलकर इनका साथ दे रहे थे।कही ना कही इस व्यवसाई का भी इस अवैध कारोबार के पीछे हाथ तो नहीं।वैसे भी यह तो जांच का विषय है।अब देखना यह होगा आबकारी विभाग के द्वारा की गई इस बड़ी कार्रवाई में आगे क्या क्या खुलासा करती है,इस अवैध शराब कारोबार के पीछे कितने और कौन कौन लोग शामिल है।

पूरी कार्रवाई मे बिलासपुर संभागीय उड़ानदस्ता से जिला आबकारी अधिकारी रविशंकर साय, सहायक जिला आबकारी अधिकारी मुकेश पाण्डेय व टीम, राज्य स्तरीय उड़ानदस्ता से सहायक जिला आबकारी अधिकारी नीलम किरण सिंह एवं टीम, संभागीय उड़ानदस्ता टीम रायपुर से जिला आबकारी अधिकारी ईश्वर साव और टीम, बिलासपुर आबकारी से सहायक जिला आबकारी अधिकारी कल्पना राठौर, समीर मिश्रा, छबिलाल पटेल, आबकारी उप-निरीक्षक धर्मेंद्र शुक्ला, ऐश्वर्या मिंज, भूपेंद्र जामड़े, नेतराम बंजारे ,रमेश दुबे एवं स्टाफ मुख्य आरक्षक अनिल पांडे,वीरभद्र जायसवाल,नवनीत पांडे प्रभुवन बघेल शामिल रहें।

Related Articles

Back to top button