महिला समूह की दुकान में बैठकर अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय बेच रहा था सरकारी चावल……पति ऋषि, पत्नी सत्यशीला उपाध्याय और महिला सचिव पुष्पा दीक्षित ने किया दंडनीय अपराध,खाद्य विभाग की जांच में हुआ खुलासा……क्या जांजगीर जिले की तरह बिलासपुर में सरकारी राशन चावल चोर जायेंगे जेल…..?आखिर क्यों जांच रिपोर्ट दबा के रखा है खाद्य विभाग….क्या ऋषि उपाध्याय खोल देगा अपने रिश्तेदार अधिकारी का चौंकाने वाले राज…????

बिलासपुर –जिले के विक्रेता संघ के अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय, महिला समूह की अध्यक्ष सत्यशीला उपाध्याय और सचिव पुष्पा दीक्षित ने गरीबों के हक में डाका डालते हुए सरकारी चावल शक्कर और नमक के नाम पर लाखों का गबन किया है।

महिला समूह की दुकान में ऋषि उपाध्याय द्वारा राशन के बदले नगद पैसा देने का वीडियो वायरल होने के बाद बिलासपुर कलेक्टर के निर्देश के बाद जांच में पहुंचे खाद्य विभाग के अधिकारियों ने भी अपनी जांच रिपोर्ट में नमक,शक्कर और चावल में गड़बड़ी की पुष्टि भी की है,और जांच टीम ने ऋषि उपाध्याय,सत्यशीला उपाध्याय और सचिव पुष्पा दीक्षित के इस कृत्य को दंडनीय अपराध मानते हुए आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत अपराध दर्ज करने की अनुशंसा भी की हुई है।हितग्राही को चावल के बदले पैसे लेते हुए एक वीडियो वायरल होने के बाद खाद्य विभाग ने संबंधित उचित मूल्य दुकान पर कार्रवाई की है। मामले में जवाब संतोषजनक न होने पर दुकान को निलंबित कर दिया गया है. लेकिन अभी तक अध्यक्ष सचिव और विक्रेता संघ अध्यक्ष के खिलाफ अभी तक मामला दर्ज नहीं करवाया गया है।

जबकि पड़ोसी जिले के जांजगीर पुलिस ने सरकारी उचित दुकान में गड़बड़ी करने वाले आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उन्हें जेल दाखिल कर दिया है । जांजगीर‑चांपा जिले के बम्हनीडीह ब्लॉक स्थित बिर्रा रोड व कोटाडबरी में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकानों से, नमक, शक्कर, क के गबन का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद खाद्य निरीक्षक सुशील विश्वकर्मा की टीम ने निरीक्षण किया, जिसमें भारी अनियमितता और गबन सामने आया.. जिसमें गंगाबाई खांडेकर (स्व सहायता समूह अध्यक्ष), रितेश खांडेकर , रामेश्वर खांडेकर, पहले से गिरफ्तार: सोहन यादव शामिल है.. इन सभी के खिलाफ धारा 420, 409, 34 आईपीसी व आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।

गौरतलब है शहर के वार्ड क्रमांक 23 मदर टेरेसा नगर, मंगरापारा में जय महालक्ष्मी महिलासहायता समूह द्वारा संचालित उचित मूल्य दुकान पर चावल के बदले पैसे लेने का वीडियो बीते दिनों वायरल हुआ था, खाद्य विभाग ने इस वीडियो व शिकायत की जांच 7 जून को की थी।जांच में अनियमितता पाए जाने पर दुकान की अध्यक्ष, सचिव और विक्रेता ऋषि उपाध्याय को कारण बताओ नोटिस 16 जून को जारी किया गया था.. हालांकि संबंधित संचालक द्वारा जवाब प्रस्तुत किया गया, लेकिन वह संतोषजनक नहीं पाया गया.. इसके बाद सार्वजनिक वितरण प्रणाली (नियंत्रण) आदेश 2016 के तहत उक्त दुकान को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

बिलासपुर में भी गड़बड़ी….

जिले में शासकीय उचित मूल्य दुकानों के संचालकों पर राशन का गबन और वितरण में गड़बड़ी के कई मामले सामने आ चुके है, दुकानों पर लाभार्थियों को राशन न देकर बाजार में बेचने की शिकायतें भी सामने आई हैं.. इतना ही नहीं विक्रेता संघ के अध्यक्ष ऋषि उपाध्याय समेत कई दुकानदारों का तो वीडियो भी वायरल हो चुका है।लेकिन उसके बाद भी विभाग द्वारा जांच रिपोर्ट दबा के रखना और मामले में अपराधिक मामला दर्ज नहीं करवाने से अधिकारियों की नियत में सवाल खड़े हो रहे है।

नाम न छापने की शर्त में राशन दुकान के एक संचालक ने जानकारी देते हुए बताया कि ऋषि उपाध्याय और गोविंद नायडू अपने आप को बीजेपी कार्यकर्ता बताकर विभाग में अपनी पैठ दिखाते है और ऋषि उपाध्याय का एक रिश्तेदार अधिकारी के संरक्षण में यह राशन की कालाबाजारी का खेल खुलेआम चलता है। सूत्र ने जानकारी देते हुए बतायाअपनी पत्नी सचिव और अपने खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज नहीं होने देने के लिए ऋषि उपाध्याय एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है । नाम न छापने की शर्त में विश्वसनीय सूत्रों ने जानकारी जेल जाने से बचने लिए अपने रिश्तेदार अधिकारी के जरिए उच्च अधिकारियों पर दबाव बनाने का काम भी ऋषि उपाध्याय द्वारा किया जा रहा है सूत्र तो यह तक दावा कर रहे है कि यदि जांच प्रतिवेदन में दंडनीय अपराध सिद्ध होने के बाद यदि अध्यक्ष सचिव और विक्रेता संघ के अध्यक्ष पर नियमानुसार भी मामला दर्ज किया जाता है तो ऋषि उपाध्याय खाद्य विभाग के कई काले चिट्ठे खोल कर एक बड़ा खुलासा कर देगा जिसकी भनक विभाग के अधिकारियों को भी लग चुकी है और शायद यही कारण है कि करीब डेढ माह पहली जांच रिपोर्ट के बाद भी अभी तक विभाग सरकारी राशन दुकानों में गड़बड़ी करने वालो के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करवाने से कतरा है सूत्र तो यह तक दावा करते है कि विक्रेता संघ के अध्यक्ष के पास प्रमाण के तौर पर कई रिकॉर्डिंग और ऑडियो मौजूद है । शायद यही कारण है किवार्ड क्रमांक 23 मदर टेरेसा नगर, मंगरापारा में जय महालक्ष्मी महिलासहायता समूह द्वारा संचालित उचित मूल्य की दुकान को नजदीकी वार्डो 23 24 25 26 में बहुत सारी दुकाने होने के बाद भी वार्ड क्रमांक 27 की जो कि ऋषि उपाध्याय के करीबी संबंध रिश्तेदार की दुकान में संलग्न कराई गई है । विभागीय सूत्रों की माने तो महिला समूह की दुकान में पुरुष कर्मचारी का सरकारी राशन बांटना भी अपराध की श्रेणी में आता है।
दोनों जिलों के जनता में भारी नाराजगी है। लाभार्थियों का कहना है कि जो राशन उनके बच्चों का हक है, वो भ्रष्ट विक्रेता और संचालक अपनी जेब में भर रहे हैं।अगर शासकीय राशन जैसी बुनियादी योजना में भी घोटाले हो रहे हैं, तो सरकार की साख पर सवाल उठता है। वीडियो वायरल होने और शिकायतों के बावजूद अगर कार्रवाई धीमी है। तो इसका सीधा नुकसान जनता को हो रहा है।
विभागीय संरक्षण और अधिकारियों से विक्रेताओं के तालमेल के चलते कई मामलों में कार्रवाई नहीं होती है। कई बार क्षेत्रीय निरीक्षक द्वारा भी अदृश्य भागीदारी होती है लेकिन मलाई चाटने के इस खेल में ऊपर से लेकर नीचे तक सहभागिता गरीब के पेट पर लात मारने के इस खेल को बड़ा बनाती है।

वही इस मामले में खाद्य नियंत्रक श्री कुजूर ने बताया कि आगे की कार्रवाई कलेक्टर महोदय के निर्देश पर नियमता होंना है।

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