ऋण वसूली की आड़ में एजेंसी द्वारा किया जा रहा बड़ा फर्जी वाड़ा
बिलासपुर समाचार 14 अक्टुबर। बैंकों ने अनियमित लोन रिक्वरी का काम जब से आउट सोर्सिंग में दिया है तभी से वाहन ऋण क्षेत्र में एजेंसी फर्जीवाड़े पर उतारू है। ऐसा ही एक प्रकरण लैलूंगा आदिवासी बहुल्य क्षेत्र में हुआ है। श्री राम इंटरप्राईजेस का रिक्वरी एजेंट विनोद यादव अपने स्तर पर किसानों से लोन की किश्त तो लेता रहा किन्तु एजेंसी ने किश्त की राशि बैंक में जमा नही कराई। किसान आंनद राम भगत पिता दादु राम उरांव ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने पीएनबी लैलूंगा शाखा से ट्रैक्टर लोन लिया अनियमित किश्त होने के कारण उसके पास श्रीराम इंन्टरप्राईजेस के एजेंट ने आना शुरू किया, और उसने किश्त की राशि रुपये दो लाख 27 सितंबर 2016 में ली और रसीद भी दी।किन्तु पैसा बैंक में जमा नही हुआ। इसी बीच पीएनबी ने श्रीराम इंटरप्राईजेस का काम बंद कर दिया, और एक अन्य कंपनी को वसूली के लिए अधिकृत कर दिया। अब सितंबर 2020 में तब दुसरी कंपनी किसान के उपलब्ध पते पर पहुंची और ट्रैक्टर जब्ती की प्रक्रिया शुरू हुई। इस दौरान किसान ने प्रक्रिया का विरोध किया गांव के लोगों को एकत्र किया तथा पूर्व में प्राप्त हुई रसीद भी दिखाई। रसीद को देखकर ट्रैक्टर जब्ती रूक गई। किसान ने उसके बाद कंपनी बैंक प्रबंधन के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है कि बैंक की वसूली कंपनी अभी भी उसे लोन राशि जमा करने का दबाव बनाते है। इस कारण वह बेहद तनाव में रहता है। उसने ट्रैक्टर को रोड पर लाना भी बंद कर दिया है। क्योंकि उसे डर है कि रिक्वरी एजेंसी उससे ट्रैक्टर छीन लेगी। किसान का दावा है कि लैलूंगा श्रीराम इंटरप्राईजेस द्वारा सताए हुए कई किसान है। किन्तु भय के कारण एजेंसी के विरूद्ध कोई शिकायत नही करता।