थर्ड जेंडर ने पुलिस आरक्षक बनकर मिशाल पेश की
जिला पुलिस बल मैं आरक्षक संवर्ग भर्ती प्रक्रिया में परचम लहराते हुए शहर के थर्ड जेंडर प्रतिभागी अक्षरा संभाग की पहेली किन्नर समुदाय से आरक्षक बनने का गौरव हासिल करते हुए हर जेंडर वर्ग के लिए एक मिसाल पेश की है,,,, भर्ती प्रक्रिया में सफलता के साथ ही उत्तीर्ण घोषित होने के बाद प्रतिभागी अशोक मंडल उर्फ अक्षरा खुशी से झूम उठी,,, अक्षरा ने कहा कि बचपन से उनका सपना पुलिस की वर्दी पहन देश सेवा करने का था और जुनून के साथ लक्ष्य हासिल करने के लिए मेहनत से उन्हें यह मुकाम मिली।
उन्होंने कहा कि आज मेरा सपना सच हो गया थर्ड जेंडर वर्ग के प्रतिभागियों ने बेहतर प्रदर्शन किया और प्रदेश में 15 से अधिक प्रतिभागियों का आरक्षक के लिए चयन हुआ है,,,, बरहाल शहर के गांधी नगर निवासी अशोक मंडल उर्फ अक्षरा के द्वारा वर्ष 2018 में जिला पुलिस बल में आरक्षक संवर्ग भर्ती में भाग लिया गया था,,, जिसकी लिखित परीक्षा में वह उत्तीर्ण हुई थी,,,, और अंतिम दौर के फिजिकल टेस्ट के लिए उन्हें 3 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा।शहर के पीजी कॉलेज मैदान में 3 फरवरी को आयोजित फिजिकल टेस्ट के 100 मीटर दौड़ 800 मीटर दौड़,, ऊंची कूद,, लंबी कूद,, व गोला फेंक सहित 5 विधाओं में जबरदस्त प्रदर्शन किया था,,,, पुलिस अधीक्षक टी आर कोशिमा के द्वारा भी प्रतिभागी अक्षरा का हौसला बढ़ाया गया था। आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में थर्ड जेंडर के प्रतिभागी के शामिल होने पर अन्य प्रतिभागियों में भी जबरदस्त उत्साह देखने को मिला था।पुलिस द्वारा आज आरक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया और सफलता मिलने के बाद प्रतिभागियों में हर्ष की लहर दौड़ गई,,,, आरक्षक भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल करने के साथ ही शहर की किन्नर प्रतिभागी अक्षरा और अशोक मंडल के आरक्षक बनने पर शहर के किन्नर समुदाय के लोगों में हर्ष का माहौल है,,,, थर्ड जेंडर वर्ग के सदस्यों का कहना है की यह वर्ग अक्सर समाज की उपेक्षा का शिकार होता है,,,, जिसके कारण यह वर्ग अक्सर अपने समूह में होता है,,, और जिनका जीविकापार्जन रोजी रोटी के लिए जूझता रहता है,,, उच्च न्यायालय द्वारा शासकीय नौकरियों में किन्नर के लिए प्रावधान किए जाने से समुदाय के लोगों में उम्मीद जगी थी,,, और प्रतिभागियों ने भर्ती परीक्षा के हर विधा में सफलता अर्जित करते हुए यह मुकाम हासिल किया है।