धान खरीदी का बिलासपुर में हुआ 91 प्रतिशत टारगेट पूरा,अंतिम मोड़ पर पहुंची धान खरीदी, रकबा बढ़ने के साथ ही धान खरीदी का टारगेट बढ़ा
बिलासपुर-बीते वर्ष 1 दिसम्बर से पूरे छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का कार्य किया जा रहा है वैसे तो धान खरीदी 31 जनवरी तक की जानी थी। लेकिन बीच में बिगड़ते मौसम को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 7 फरवरी तक धान खरीदी का ऐलान किया था जिसके बनसबत अब तक प्रदेश में पिछली बार के मुकाबले अधिक धान खरीदा जा चुका है।
धान खरीदी को छत्तीसगढ़ में एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष पिछले वर्ष के मुकाबले 12 लाख मैट्रिक टन में धान अधिक धान खरीदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया था प्रदेश में इस वर्ष एक करोड़ 5 लाख मैट्रिक टन धान खरीदी का टारगेट निर्धारित किया गया है पिछले वर्ष के मुकाबले अब तक 95 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी पूरे प्रदेश में की जा चुकी हो गई बिलासपुर की बात करें तो बिलासपुर में भी अब तक 91 प्रतिशत धान खरीदा जा चुका है।
धान खरीदी पर जानकारी देते हुए जिला प्रभारी खाद्य अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया कि इस वर्ष जिले में 1 लाख 17 हजार से अधिक किसान है। जिनका रकबा 1 लाख 34 हजार 425 हेक्टेयर है। जिले के 1 लाख 8 हजार से अधिक किसानों का धान अब तक खरीदा जा चुका है।और बाकी बचे किसानों से अगले कुछ दिनों में धान खरीदी को पूरी कर ली जाएगी। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष रकबा बढ़ने की वजह से किसानों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है तो वही व्यवस्थाएं अच्छी होने की वजह से पिछले बार से अधिक धान खरीदी अब तक की जा चुकी है। जिले के सभी धान केंद्रों में बारदाने की व्यवस्था को सुदृढ़ कर लिया गया है।जनवरी माह के शुरुआती हफ्ते में बारिश होने की वजह से और बीच-बीच में मौसम खराब होने की वजह से धान खरीदी की अंतिम तिथि को 7 फरवरी तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया था।बता दें कि प्रदेश में धान खरीदी को लेकर लगातार मुख्यमंत्री से लेकर विभागीय अधिकारी तक सक्रिय नजर आ रहे हैं और पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अधिक खरीदी का जो टारगेट तय किया गया था वह भी पूरा होता नजर आ रहा है।लेकिन इन सबके बीच उठाओ की व्यवस्था को लेकर अभी भी लगातार सवाल जस के तस बने हुए हैं 72 घंटे में उठाओ की प्रतिबद्धता सरकार की पूरी होती नजर नहीं आ रही है बड़ी संख्या में अभी भी मंडियों में धान रखा नजर आ रहा है। लेकिन विभागीय अधिकारियों की मानें तो आने वाले कुछ दिनों में उठाओ की समस्या से भी निदान मिल जाएगा और इस वर्ष बेहतर स्थिति में होने के बाद जल्द से जल्द उठाओ का काम भी पूरा कर लिया जाएगा।