भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर निकली भव्य शोभा यात्रा……जगह जगह हुआ भव्य स्वागत…..

बिलासपुर–भगवान परशुराम जन्मोत्सव के मौके पर गुरुवार को बिलासपुर में भव्य धार्मिक आयोजनों की धूम रही । भगवान परशुराम जन्मोत्सव धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर ब्राह्मण समाज के द्वारा भव्य शोभायात्रा शीतला माता मंदिर दयालबंद से निकाली गई,जिसमें बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के लोग शामिल हुए।इस शोभा यात्रा में ब्राह्मण समाज की महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई।

ढोल बाजे गाजे और धार्मिक संदेश देती झांकियो के साथ शोभा यात्रा निकाली गई।शोभा यात्रा में भगवान विष्णु के छठे अवतार, परशुराम की जय और जयकार के। उदघोष से वातावरण गूंजायमान हो उठा।

प्रयागराज की झाकियां और बस्तर के वाध्यंत्र और कलाकारों ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन बिलासपुर वासियों का मन मोह लिया। शोभा यात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए निकले समाजसेवियों द्वारा शोभा यात्रा का कई चौराहों पर पुष्प वर्षा और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया गया। गांधी चौंक, सिटी कोतवाली चौक, गोल बाजार, सदरबाजार, सभी चौकों पर स्वागत किया गया।

परशुराम जन्मोत्सव पर निकली शोभा यात्रा में ब्राह्मण समाज की महिलाएं पारंपरिक परिधानों में शामिल हुए।ब्राम्हण समाज की महिलाएं शोभा यात्रा में बड़ी संख्या में पगड़ी बांधकर चल रही थी जो आकर्षण का केंद्र रहीं।परशुराम जयंती का सनातन धर्म में अत्यधिक महत्व है।

यह माना जाता है कि भगवान परशुराम, भगवान विष्णु के छठे अवतार हैं और भगवान शिव के महान भक्त माने जाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष परशुराम जयंती वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। भगवान परशुराम का जन्म माता रेणुका और ऋषि जमदग्नि के घर प्रदोष काल में हुआ था और उन्हें चिरंजीवी भी माना जाता है।

इसी दिन अक्षय तृतीया का पर्व भी मनाया जाता है।इस वर्ष परशुराम जयंती 30 अप्रैल को मनाई गई थीं। पर इस बार इस शुभ अवसर पर,1 मई को बिलासपुर में हर्षोल्लास के साथ शोभा यात्रा निकाली गई,जो आकर्षण का केन्द्र रही।

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