सिम्स टेक्नीशियन से विवाद के बाद कांग्रेस प्रदेश सचिव पर एक्ट्रोसिटी की भी जुड़ी धारा,विधायक ने कहा कि पुलिस किसी के इशारे पर कर रही आखों में पट्टी बांध कर काम

बिलासपुर- सिम्स में एमआरआई न करने को लेकर सिम्स के टेक्नीशियन से विवाद के मामले में पुलिस ने जांच के बाद एक्ट्रोसिटी कि धारा भी जोड़ दी हैं। दिनांक 18 सितम्बर को एक मरीज को एमआरआई के लिये बहानेबाजी कर घुमाने पर मरीज के परिजनों ने प्रदेश कांग्रेस सचिव पंकज सिंह से मदद मांगी थी। जिसके बाद सिम्स पहुँचे कांग्रेस सचिव पंकज सिंह के हस्तक्षेप के बाद मरीज की एमआरआई हो सकी थी। पर इस बीच टेक्नीशियन और कांग्रेस नेता पंकज सिंह के बीच एमआरआई न करने को लेकर बहस भी हुई थी।

जिसका एक सीसीटीवी फुटेज भी वाइरल हुआ था जिसमे प्रदेश सचिव पंकज टेक्नीशियन तुलाचन्द तांडे को घसीटते हुए नजर आए थे। मामले में सिम्स के टेक्नीशियनो की हड़ताल व सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद कोतवाली थाने में पंकज सिंह पर मारपीट व गाली गलौच व शासकीय कार्य मे बाधा डालने का एफआईआर दर्ज हुआ था। एफआईआर के बाद नगर विधायक शैलेष पांडेय ने दिनांक 22 सितम्बर को अपने समर्थकों के साथ थाने का घेराव कर दिया था। जिसके दूसरे दिन 23 सितम्बर को सतनामी समाज ने भी कांग्रेस नेता पर एक्ट्रोसिटी का अपराध दर्ज करने को लेकर एसपी को ज्ञापन सौपा था। मामले में कांग्रेस नेता पंकज सिंह को 5 अक्टूबर को हाइकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गयी थी। अब पुलिस ने जांच के बाद एक्ट्रोसिटी की भी धारा मामले में जोड़ दी हैं।

इस मामले में विधायक शैलेष पांडेय ने प्रश्न उठाते हुए कहा है कि जब पहले एफआईआर व बयान हुए थे उस समय जातिगत शब्दो के प्रयोग की बात नही आयी थी। अब अचानक से जातिगत धाराए जोड़ दी गयी हैं। इससे एसा प्रतीत होता हैं कि पुलिस किसी के इशारे पर आखों में पट्टी बांध कर काम कर रही हैं क्या? इसके साथ ही विधायक ने उम्मीद जताई हैं कि पुलिस आखों में पट्टी बांध कर काम नही करेगी। विधायक ने न्यायालय पर पूरा भरोसा होने की बात कही हैं।

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