मलखम्भ आयोजन की शुरुवात करने वाले विशंभर गुलहरे का मनाया गया जन्मदिवस

बिलासपुर-जनता जोगी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कॅरोना चौक मलखंभ प्रतियोगिता के आयोजक विशंभर गुलहरे का बड़े धूमधाम से जन्म दिवस मनाया गया।आपको बता दे।

कि भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व के दिन ही जन्म हुआ।इनका जन्म सन 1 सितंबर 1952 को बिलासपुर के गोंड़पारा में गुलहरे परिवार में हुआ।और आज जो बिलासपुर में विगत 40 वर्षों से भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व पर शहर के मुख्य बाजार में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी कॅरोना चौक के नवयुवको के द्वारा जो मलखंभ मटकी फोड़ का आयोजन किया जाता है जिसमे ग्रीस से लगे खम्बे में प्रतियोगी इसमे शामिल होकर अपने दमखम्भ के साथ इस ग्रीस लगे खंभे में चढ़ते और उतरते है।

यह सिलसिला देर रात भगवान श्री कृष्ण के जन्म के समय तक चलते रहता है। इस कार्यक्रम की भी शुरुवात विशंभर गुलहरे और इनकी मित्र मंडली ने की।इस कड़ी में भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कॅरोना चौक में मलखम्भ मटकी फोड़ का आयोजन किया गया और कार्यक्रम में पहुँचे मुख्यातिथि के द्वारा विधि विधान से पूजापाठ होने के बाद आयोजन समिति इस पल को यादगार बनाने के लिए मंच में वरिष्ठ कार्यकर्ता और इस कार्यक्रम की शुरुवात करने वाले विशंभर गुलहरे का केक काटकर जन्म दिवस मनाया।

इस मौके पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्य्क्ष अटल श्रीवास्तव, जिला सहकारी बैंक के अध्य्क्ष प्रमोद नायक,शहर युवक कांग्रेस के अध्यक्ष शिवा नायडू, व आयोजन समिति के अरविंद गुलहरे ,हबीब मेमन,राजू मिश्रा,अनिल केशरवानी चंचल सलूजा लक्की यादव बसंत शर्मा,जानू गुलहरे, अजित मिश्रा,पवन तिवारी, दीपक ,संजू ,अन्ना आदि कार्यकर्ता शामिल हुए।वही इस मौके पर विशंभर गुलहरे ने बताया कि आज का दिन और यह कार्यक्रम की कैसे शरुवात की गई।और उस समय 500 रुपये का इनाम और सदर बाजार के व्य्यापारी के सहयोग से यह कार्यक्रम पूरे शहर में एक अलग ही छाप छोड़ गया।जिससे और अधिक उत्साह हमको मिलने लगा और कार्यक्रम निरतंर आगे चल पड़ा।और दौर बदलता गया समय के साथ जीवन मे।परिवर्तन आया और सब अपने अपने भागम भाग की जिंदगी में लग गए लेकिन आज भी इस परंपरा को यहाँ की समिति और हमारे छोटे भाई और भतीजे अपने हाथों में लेकर उसे निभा रहे।

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