चांटीडीह सब्जी मंडी बना नशे का गढ़.……अवैध रूप से संचालित चखना सेंटर आखिर किसकी शह में?किसी बड़ी वारदात के इंतजार में प्रशासन….
बिलासपुर–छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में इन दिनों अपराध और अपराधी दोनो सुर्खियों में है।आज स्थिति यह की शहर में अपराध बेलगाम हो चला है।आलम यह की शहर के किसी भी क्षेत्र में कही ना कही चाकूबाजी हत्या जैसे जघन्य अपराध होना आम बात हो गई।वही कई ऐसे गंभीर मामले सामने के बाद तत्काल पुलिस आरोपी को पकड़कर अपनी कार्रवाई कर उनको सलखो के पीछे डालने में भी कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है।लेकिन कही ना कही जितने अपराध सामने आ रहे है इन सब अपराधो के पीछे नशे की एक बड़ी भूमिका भी सामने आ रही है।जिसको नकारा नहीं जा सकता।
नासूर बनने से पहले हो जाए इलाज
आज हम बात कर रहे है ऐसे ही अवैध चखना सेंटर की जो शहर के ऐसे क्षेत्र में संचालित हो रहा है।जिसको समय रहते नही उखाड़ा गया तो वह दिन दूर नही जब यह शहरवासियों के लिए नासूर बन जायेगा।इस पूरे क्षेत्र में एक या दो नही बल्कि एक दर्जन से अधिक छोटे बड़े चखना सेंटर संचालित हो रहा है।यह चखना सेंटर ऐसा भी नही की किसी से छुपा हो आते जाते इसे आप देख सकते है। चांटीडीह सब्जी मंडी में सड़क किनारे लाइन से दुकानें खुली हुई है।जहा पर आपको पानी पाउच और ग्लास के साथ चखना उपलब्ध कराया जा रहा है।
रोज लगता है जाम
चांटीडीह सब्जी मंडी के सामने देशी और अग्रेंजी शराब भट्टी संचालित हो रही है।भट्टी के सामने सब्जी मंडी में अवैध रूप से संचालित चखना सेंटरो के कारण इस मार्ग में शराब भट्टी के खुलने और बंद होने तक अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है।यहां से आने जाने वाले राहगीरों के लिए जाम एक सबक बनकर रह गया है।आखिर इससे इनको निजात कब मिलेगी यह एक सवालिया निशान बनकर रह गाया है।
हॉस्पिटल और रिहायशी इलाके जाने का मार्ग
यह जो मार्ग है वह शहर के कई हॉस्पिटल में एक एक बड़े हॉस्पिटल के रूप में अपनी पहचान के साथ जाने जाता हैउसके भी जाने का यह मार्ग है।वही यह मार्ग कई बड़ी कालोनी और रिहायशी इलाकों की तरफ भी जाता है।जहां से रोजाना हजारों लोगों का आना जाना लगा रहता है।अक्सर इनको यहां पर जाम का सामना करना पड़ता है।
छोटी गुमटी में संचालित हो रहे है अवैध चखना सेंटर
चांटीडीह सब्जी मंडी के अंदर और बाहर की तरफ आज हर छोटी मोटी गुमटी में बेखौफ चखना सेंटर की दुकान को खोल रखे है।आलम यह की अंदर और बाहर सब तरफ अवैध चखना सेंटर की बाढ़ आ गई है।ऐसा बताया जा रहा की पहले यहां पर छोटी मोटी गुमटी में अलग अलग व्यवसाय करने वाले दुकानदारों के अपना व्यवसाय किया किया जाता था।लेकिन अब उन दुकानों को बंद करके यहां पर शराब पीने वाले को लिए पानी पाउच डिस्पोजल ग्लास और खाने पीने का सामान रखकर चखना सेंटर चलाया जा रहा है।
मोटी कमाई का बना जरिया
अवैध रूप से संचालित चखना दुकान से इन दुकानदारों को अच्छी खासी कमाई भी हो रही है।ऐसा बताया जा रहा है।
अवैध रूप से बिक रही शराब
बताया जा रहा है। कि सब्जी मंडी के अंदर कई चखना दुकान अवैध रूप से शराब बेचने का गोरखधंधा भी चला रहे है।शराब भट्टी के खुलने और बंद होने के बाद बड़ी आसानी से आपको यहां शराब मिल जायेगी।यही नहीं यदि आपको पीना हो तो बकायदा चखना के साथ आपको शराब भी मिल जायेगी।
आखिर किसके सरंक्षण में ?
अवैध रूप से चल रहे इन चखना सेंटरो पर प्रशासन कार्रवाई करने से क्यों परहेज कर रहा है।क्या किसी के संरक्षण में यह सारा कारोबार संचालित कराया जा रहा है।ऐसे बहुत से सवालो के साथ शासन और प्रशासन की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े हो रहे है।
नाबालिक बच्चो का रहता जमावड़ा
इस पूरे इलाके में आसपास के नाबालिक बच्चो का जमावड़ा बना रहता है।इन नाबालिक बच्चो का इन स्थानों में आखिर काम क्या है।कही ऐसा तो नहीं इन नाबालिक बच्चो की आड़ में पूरा खेल खेला जा रहा है।
समय रहते प्रशासन को कसना पड़ेगा लगाम
जिस तरह शहर में नशे का कारोबार अपना पैर पसार रहा है,और जिसके कारण आए दिन शहर में आपराधिक घटनाएं सामने आ रही है।उससे निपटने के लिए प्रशासन को संयुक्त रूप से कड़ी कार्रवाई के साथ लगाम लगानी पड़ेगी।आबकारी विभाग पुलिस विभाग और निगम प्रशासन इन तीनो को संयुक्त रूप से एक साथ एक मत होकर जमीन स्तर अपनी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाना पड़ेगा।यदि समय रहते प्रशासन इस पर लगाम कस ले तो नशे के इस बढ़ते कारोबार और उनसे बढ़ने वाले अपराध दोनो को रोक पाने में सफल होगा।
बुलडोजर कार्रवाई
प्रशासन को शहर में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है प्रशासन की अनदेखी से इनका अवैध कारोबार बड़ी तेजी से और मजबूती के साथ जमकर फल फूल रहा है।इन अवैध कारोबारियों पर बुलडोजर कार्रवाई से ही इनकी कमर टूटेगी और अवैध कारोबार में लगाम लगेगी।
पूर्व में कई घटनाएं हुई घटित
सब्जी मंडी के इतने बड़े भूभाग में एक तरफ ही सब्जी दुकान लगती है।इसके अलावा कई हिस्सा खाली पड़ा रहता है। जहां पर नशेड़ी लोग इसकी आड़ में अनैतिक कार्य में संलिप्त रहते है।मारपीट होना यहां पर आम बात है।लेकिन बीते कुछ वर्ष पूर्व इसी क्षेत्र में नाबालिक का मृत अवस्था में शव भी बरामद हुआ था।जहा पर सरकंडा पुलिस ने मर्ग कायम भी किया था।
पानी पाउच और डिस्पोजल ग्लास
एक तरफ शासन प्रशासन स्वच्छता अभियान जागरूकता अभियान चलाकर साफ सफाई में विशेष रूप से ध्यान दे रहा है।लेकिन इनके दावे इस जगह में शून्य हो जाते है। शराब खोरी करने वाले यहां पर आकर बड़े आराम से शराब पीते है।शराब पीने के लिए इस्तेमाल में लाया गया पानी पाउच और डिस्पोजल ग्लास और शराब की बोतल को छोड़कर चले जाते है।आज स्थिति यह की जहा पर आपकी नजर जायेगी वहां पर आपको सिर्फ खाली पानी पाउच और डिस्पोजल ग्लास ही मिलेगा।