कलेक्टर्स – एसपी समीक्षा बैठक मुख्यमंत्री जी सावन चला गया है,आँख की पट्टी खोलिए,आपको चीखे,पुकार और डरे चेहरे दिखाई देंगे -शैलेश…..स्कूल में शराब,छात्राओं को जेल भेजने की धमकी,सड़क में उतरकर छात्राएँ माँग कर रही है,ये है आपकी शिक्षा.. स्वास्थ्य में मंत्री जी बिना काम के चाय पीने आते है और फिर रवाना,डायरिया,मलेरिया,डेंगू,स्वाइन फ्लू से मौतों का शिखर…..राजस्व प्रकरण ढीले,चार दर्जन तहसीलदारों का ट्रांसफ़र,क्या साबित करता है…..नगर निगम फण्ड की कमी से जूझ रहे है,मूलभूत सुविधाओं के लिए पैसा नहीं है….
बिलासपुर–प्रदेश में पिछले दो दिनों से सूबे के मुख्यमंत्री जी जिले के कलेक्टर्स और एसपी की कांफ्रेंस में व्यस्त थे और वो अपने काम काज की समीक्षा कर रहे थे,जबकि विष्णुदेव जी की सरकार ने अभी तक सिर्फ मौज करी है और कुछ नहीं किया है फिर समीक्षा किस बात की करी गई है ये समझ के परे है,जो चल रहा था वो भी बिगाड़ लिया है फिर चाहे वो शिक्षा का विषय हो जिसमे अच्छे भले चलने वाले स्वामी आत्मानंद स्कूल हो जिनकी छवि और गुणवत्ता साय सरकार ने खराब कर ली है और नया कुछ कर नहीं पायी है और तो और युक्तियुक्तकरण से अपने शिक्षा के ढाँचे को और बिगाड़ने का काम किया है।प्रदेश की शिक्षा को चौपट कर दिया है,स्कूल में शराब पी जा रही है और मासूम बच्चियों के बिना कपड़ों के वीडियो बनाए जा रहे है और छात्राओं को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है।छात्राएँ सड़क में आकर माँग कर रही है ये सरकार के लिए शर्म की बात है,एसा है विष्णु जी का सुशासन!!
प्रदेश में हर जिले में दुष्कर्म की घटनाएँ हो रही है,मासूम बच्चियों के बिलखते चेहरे आपको दिख नहीं रहे है और नाबालिकों की चीखे आपको सुनाई नहीं दे रही है,महिलाओं पर अत्याचार आपकी सरकार में बढ़ रहे है और महिलाएँ सुरक्षित नहीं रह गई है आपकी सरकार में!! रोज़ रोज़ हत्या और चाकूबाजी का ग्राफ बढ़ रहा है और आपको तुलना दिखाकर शांत कर दिया जा रहा है।हर जिले में चोरी और लूट की घटनाएँ बढ़ रही है और व्यापार बर्बाद हो रहा है व्यापारी संगठन रोज़ शिकायत कर रहे है।अवैध शराब के बढ़ते मामले और नशे का व्यापार तेज़ी से फलफ़ुल रहा है!!
हर जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मौतों का आँकड़ा बढ़ रहा है टीकाकरण से भला बताओ मासूमों की मौत हो रही है और यही नहीं आपकी सरकार मलेरिया,डायरिया,पीलिया,डेंगू और स्वाइन फ्लू से लापरवाही के कारण और फण्ड की कमी के कारण मौत हो रही है,जनता को बेहतर इलाज नहीं मिल रहा है और न ही आवश्यक मदद मिल पा रही है।सरकारी हॉस्पिटल में जाँचे नहीं हो पा रही है।एसे नहीं चल पाएगा स्वास्थ्य विभाग !!
राजस्व प्रकरण में चार दर्जन अधिकारियों के ट्रांसफ़र करना पड़ रहा है मतलब आप समझ रहे है कि जनता के काम नहीं हो रहे है,महंगाई से जनता वैसे भी परेशान है और आपकी सरकार ने बिजली की दरें और सीमेंट के दाम भी बढ़ा दिये है,नगर निगमों के पास फण्ड नहीं है इस कारण विकास के कार्य न के बराबर हो रहे है जो भी हुआ है वो हमारी सरकार के सैंक्शन काम ही हो रहे है,ग़रीबों के आवास का आप ढोल पीट रहे है जरा ये बताएँ पिछली बार पंद्रह साल में कितनों को घर देकर गये है और आगे देखेंगे कितनों को आप दे पायेंगे!! अभी समय है सुधार होना चाहिए,जनता ने जनादेश दिया है उसके साथ विश्वासघात मत करिए।।