छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान में डीन को लेकर असमंजस.…..एक ही संस्थान में तीन डीन को लेकर मामला गहराया…पढ़िए पूरी खबर

बिलासपुर–शहर का सरकारी अस्पताल सिम्स वैसे भी आए दिन कुछ ना कुछ कारणों से चर्चा में रहता है और इस बार अस्पताल में तीन डीन होना चर्चा का विषय बना हुआ है। आयुर्विज्ञान संस्थान सिम्स के डीन डॉ. केके सहारे के निलंबन के बाद उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वहां से उन्हें स्टे मिलने के बाद बिना संचालनालय को सूचित किए स्वतः सिम्स अस्पताल पहुंच कर ज्वाइनिंग ले ली।

इसे लेकर प्रबंधन में ये सवाल उठ रहे हैं कि जब उन्हें संचालनालय में अटैच किया गया है, तो स्टे मिलने के बाद पहले वहीं ज्वाइनिंग देनी थी। वहां से आदेश मिलने के बाद यहां आना था। इसी बात को लेकर विवाद की स्थिति भी बनी। हालांकि मामला जल्द शांत भी हो गया, पर इसकी आग अब भी सुलग रही है। सिम्स में इन दिनों एक नहीं, तीन डीन हैं। पिछले महीने यहां नवनियुक्त डीन डॉ. रमणेश मूर्ति निजी कार्य से छुट्टी पर है। इस बीच उन्होंने अपना प्रभार डॉ. अर्चना सिंह को सौंपा है। इधर निलंबन आदेश पर हाईकोर्ट से स्टे मिलने के बाद डॉ. केके सहारे भी लौट आए हैं। अब कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई है। प्रभारी डीन डॉ. अर्चना का कहना है कि उन्हें डीन का प्रभार मिला है, लिहाजा वर्तमान में वही डीन हैं। इधर डॉ. सहारे बता रहे कि कोर्ट से स्टे लेकर आए हैं, अतः फिर से वही यहां के डीन हैं। इसी बात को लेकर बुधवार को उनमें विवाद की स्थिति भी बनी।वही इस मामले में डॉ केके सहारे का कहना है कि पिछले दिनों स्वास्थ्य मंत्री की बैठक के दौरान दिए गए निर्देश के आधार पर निलंबन हुआ था। इस मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने इस निलंबन आदेश पर स्टे दे दिया है। ऐसे में कोर्ट के आदेशों का पालन करते हुए मैंने सिम्स मेडिकल कॉलेज के डीन का पदभार ग्रहण किया है।वही इस पूरे मामले में अब सिम्स अस्पताल में स्टाफ को यह नहीं समझ में आ रहा कि वे डीन किसे मानें। विभागीय काम के लिए किसके पास जाएं।

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