आधारशिला सैनिक स्कूल में आयोजित हुआ परामर्श सत्र….डेफेन्स एकेडमी व इण्डियन नेशनल आर्मी हेतु छात्रों को तैयार करना–संदीप मुरारका

बिलासपुर–आधारशिला मंदिर स्कूल, सैनिक स्कूल सोसाइटी से मान्यता प्राप्त कर आधारशिला विद्या मंदिर सैनिक स्कूल हो गया है। केन्द्र सरकार के रक्षा मंत्रालय से सम्बद्ध सैनिक स्कूल सोसायटी द्वारा प्राईवेट – पार्टनरशिप मॉडल के आधार पर विद्यालय की क्लास रुम , वॉशरूम, हास्टल, प्ले ग्राउंड, विभिन्न अकादमिक, सांस्कृतिक, खेल और बच्चों के सार्वांगीण विकास के लिए आयोजित गतिविधियां और भविष्य में विस्तार की सम्भावनाओं को देखते हुए आधारशिला विद्या मंदिर को सैनिक स्कूल के लिए चुना गया है। विद्यालय में सैनिक स्कूल खुलने से शहर व आस पास के जिले के विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी सुविधा और अवसर खुला है।

आधारशिला विद्या मंदिर, सैनिक स्कूल की कड़ी मे सैनिक स्कूल प्रवेश की जानकारी हेतु,गुरुवार को विद्यालय में परामर्श सत्र का अयोजन किया गया। जिसमें परामर्शदाता के रूप में अम्बिकापुर सैनिक स्कूल में अपनी सेवा दे चुके ,शिक्षाविद्, रिटायर कमांडर संदीप मुरारका उपस्थित थे।साथ ही विद्यालय के चेयरमैन डॉ अजय श्रीवास्तव, डायरेक्टर संजीव जनास्वामी,प्रिंसिपल आर मधुलीका , अभिभावक, कक्षा 5वीं और 8 वीं के छात्र छात्राएं उपस्थित रहें। इस क्रम में कमांडर संदीप मुरारका का स्वागत डायरेक्टर एस . के जन स्वामी ने सैप्लिंग देकर किया।
कमाण्डर संदीप मुरारका ने शुरुआत सैनिक स्कूल की स्थापना पर प्रकाश डालते हुए किया तथा उन्होंने बताया की इसका मुख्य उद्देश्य नेशनल डेफेन्स एकेडमी व इण्डियन नेशनल आर्मी हेतु छात्रों को तैयार करना है।छात्रों और अभिभावकों के शंकाओं को दूर करते हुए कहा कि सैनिक स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा सैनिक ही बने यह आवश्यक नहीं है । बारहवीं के बाद किसी भी क्षेत्र में अध्ययन कर सकता है।जॉब कर सकता है।सैनिक स्कूल में विषयीय ज्ञान के साथ साथ उनके व्यक्त्वि विकास , जीवन कौशल, अनुशासित जीवन, और नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
अब देश में दो तरह के सैनिक स्कूल होंगे एक existing सैनिक स्कूल और दूसरे नए सैनिक स्कूल जो पब्लिक – प्राइवेट – पार्टनरशिप योजना के तहत बनाई गयी है।आल इंडिया सैनिक स्कूल प्रवेश परीक्षा के द्वारा कक्षा ६ वीं और कक्षा ९ वीं में प्रवेश दिया जाता है।नये सैनिक स्कूल में 40 प्रतिशत छात्रों का प्रवेश AISSEE क्वालिफाइंग टेस्ट के द्वारा होगा 60 प्रतिशत सीट स्कूल के छात्रों के द्वारा अलग से टेस्ट के द्वारा भरा जाएगा। प्रवेश हेतु आवेदन की अन्तिम तिथि 16 दिसम्बर 2023 है, प्रवेश परीक्षा 21 जनवरी 2024 को आयोजित की जायेगी । नेशलन टेस्टिंग एजेंसी की वेवसाइट पर प्रवेश परीक्षा पाठ्यक्रम व पैटर्न की विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है।कमांडर मूरआरका ने सभी छात्रों से परीक्षा में आवेदन फॉर्म भरने हेतु प्रोत्साहित किया।
उन्होंने जानकारी देते हुऐ स्पष्ट किया कि नये सैनिक स्कूल में 50 प्रतिशत छात्रों को जो आर्थिक रुप से कमजोर है उनके लिये 40, 000 रुपये की छात्रवृत्ति सुविधा है ; साथ ही नये माडल में हॉस्टल की सुविधा होगी लेकिन उसकी अनिवार्यता नहीं होगी। नये सैनिक स्कूल की शिक्षण व हास्टल शुल्क, नयी स्कूल मैनेजमेन्ट जिसमें सैनिक स्कूल सोसाइटी के सदस्यों की अहम भूमिका रहेगी तथा राज्य सरकार के नियमो को ध्यान मे रखते हुए निर्धारित की जाएगी।
आधारशिला मंदिर में सैनिक स्कूल खुलने से शहर व आस पास के जिले के विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी सुविधा और अवसर खुला है। सभी नए सैनिक स्कूल को सिर्फ कक्षा 6 वी के लिए सीट मिली है, सत्र 2023 – 2024 से 6 वीं कक्षा में प्रवेश हेतु प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। जिसमें हास्टल और डे बोर्डिंग दोनों की सुविधा है।

विद्यालय के चेयरमैन अजय श्रीवास्तव ने अतिथि का सम्मान स्मृति चिन्ह देकर किया तथा छात्रों व अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए फॉर्म भरने हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का संचालन कम्प्यूटर शिक्षिका शाहीन खानम द्वारा किया गया।

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