कोरोना की वजह से शहर परेशान वहीं कोरोना परोसता बिलासपुर का बाजार बदहाल.. शहर में खतरा नहीं अब कोरोना घूम रहा..
एक समय कोरोना मुक्ति के कगार पर पहुंच चुका छत्तीसगढ़ आखिर कोरोना की चपेट में आ गया है.. राजधानी समेत राज्य के कई जिलों में लागातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिर्फ सिलसिला शुरू नहीं हुआ है बल्कि कोरोना संक्रमितों की बाढ़ आ गई है.. नियमों की अवेलहना और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने की वजह से कोरोना ने छत्तीसगढ़ की न्यायधानी समेत बड़े जिलों को अपने चपेट में लेने में सफलता हासिल की है.. बिलासपुर में 7 अगस्त से लॉकडाउन खुलने के दूसरे दिन से ही मरीजों के मिलने का सिलसिले में तेज़ी आई है.. अब मिल रहे मरीजों की कही कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है.. इसका मतलब अब कोरोना पब्लिक स्प्रेड की ओर बढ़ चला है.. बावजूद इसके शहर में कोरोना को लेकर न ही तो चिंता नज़र आ रही है और न ही किसी में डर दिखाई दे रहा है..
कोरोना से प्रदेश समेत छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर के बाजारों की हालात बद से बदतर हो गई है.. बिलासपुर में रविवार को भी ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला.. शाम होते होते सिम्स चौक से लेकर कोतवाली चौक तक सन्डे मार्किट सड़को पर सज गया था.. और कोरोना का बाजार सजते ही लोग बीमारी लेने के सड़को पर निकल पड़े.. बाजार सजते ही नियमों की अर्थी भी सज गयी और लोग भीड़ एकत्रित कर कोरोना का तांडव देखने की कोशिश करने लगे.. शहर के अन्य स्थानों में भी जमकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गई.. लॉकडाउन का मखौल बनाने के बाद जब कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला अब भी जारी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा न तो टेस्टिंग में तेज़ी लाई गई है और न ही पॉजिटिव मरीज के परिवार वालों की जांच की गई है..