जमकर उत्पात मचाने वाले हाथियों ने सीतापुर वनपरिक्षेत्र में डेरा जमाया,ग्रामीण दहशत में
छत्तीसगढ़–जशपुर वनमण्डल के पत्थलगांव वनपरिक्षेत्र में जमकर उत्पात मचाने के बाद अब 40 से 45 हाथियों का दल सरगुजा के सीतापुर वनपरिक्षेत्र में अपना डेरा जमा रखा है।
आपको बता दे कि भोजन की तलाश में भटककर सीतापुर वनपरिक्षेत्र के अलग~अलग रिहायशी इलाकों में 40 से 45 हाथियों का दल विचरण कर रहा है और ग्रामीणों के धान की फसल को तबाह करते हुए उसे चट कर रहा है।
वहीं वन विभाग की मानें तो हाथियों की संख्या 40 से 45 है जिसमें नर हाथियों के साथ मादा हथिनी और उनके शावक भी शामिल है यहीं कारण है कि हाथियों का दल धीरे~धीरे आगे बढ़ रहा है और भोजन की तलाश में ग्रामीणों के फसलों को तबाह करते हुए उनके मकानों को तोड़ रहा है।
इस क्षेत्र में 40 से 45 हाथियों की आमदगी के बाद सीतापुर क्षेत्र के ग्रामीणों में खासा दहशत बना हुआ है। जो रात के समय हाथियों की चिंघाड़ सुनकर रतजगा करने को मजबूर हो रहें है,वहीं वन विभाग का अमला हाथियों की निगरानी में जुटा हुआ है जो हाथियों के दल से दूर रहने के लिए ग्रामीणों को लगातार समझाइश दे रहा है।वहीं पूरें मामलें में सीतापुर के क्षेत्रीय विधायक और सूबे के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से गज उत्पात की समस्या को लेकर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि गज उत्पात की समस्या पर तत्काल लगाम लगें इसके लिए हम प्रयासरत है और इसके लिए हमने विशेषज्ञों की टीम लगा दी है।बहरहाल मामलें में बड़ा सवाल तो यह कि आखिरकार सरकार कब तक हाथी~मानव द्वंद्व रोकने के लिए बेहतर कदम उठा पाती है ये तो समय ही बताएगा।