बिल्डर के ऊपर दबाव बनाकर जमीन हड़पने के लिए गढ़ी झूठी कहानी,जानिए क्या है पूरा मामला

बिलासपुर-अपने आप को बेबस,लाचार,असहाय बताकर डीजीपी आईजी एसपी के पास शिकायत करने वाली तथाकथित महिला की कहानी में अब एक नया मोड़ सामने आया जहाँ पर कल तक जो महिला बिलासपुर के बिल्डर पर गंभीर आरोप लगाते हुए इंसाफ की गुहार लगा रही थी,तो पुलिस जांच में उस मामले में से पर्दा उठने के बाद कहानी कुछ और ही निकली।

आपको बता दे कि दो दिन पहले गुरुवार को सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली जमुना बाई पति मंशा राम,नयापारा निवासी महिला और उसका पति दोनो शिकायतो का पुलिंदा तैयार कर बिल्डर से बगैर पूरे पैसे दिए जमीन को हड़पने की नीयत से तथाकथित महिला और उसका पति एक कहानी गढ़े और लंबी चौड़ी शिकायत में अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की कहानी को गढ़ कर पुलिस के आला अधिकारियों के चौखट में इंसाफ की गुहार लगाने लगे।

जिसके बाद यह मामला मीडिया तक पहुँचा और खबरों का सिलसिला दौड़ पड़ा।उस तथाकथित महिला के पक्ष में चली खबर के बाद दूसरा पक्ष भी अपने बचाव में सामने आया और निष्पक्ष जांच का हवाला देते पुलिस के उच्च अधिकारियों तक आवेदन दिया।जिसके बाद उच्च अधिकारियों के निर्देश में सिरगिट्टी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बारीकी से जांच में जुट गई,वही पुलिस जब जांच शुरू की तो बिल्डर पक्ष ने उस घटना दिनांक को घटना स्थल का वीडियो और स्थानीय लोगो के बयान से मामला कुछ और निकला और बिल्डर द्वारा जमीन संबंधी दस्तावेज पेश करने के बाद पुलिस ने जमीन की लिखापढ़ी में जो दसतावेज सामने आए तो उसमे लिखे शब्द में त्रुटि पाई। इसी त्रुटि को तथाकथित महिला ने अपना हथियार बनाया और जमीन की बगैर पूरी कीमत दिए अपने नाम से करवाने की नीयत से पूरी कहानी को गढ़ ली।लेकिन पुलिस की जांच और स्थानीय लोगो के बयान के बाद जब महिला से उसके द्वारा लागये गए आरोपो के मामले में साक्ष्य नही दे पाने पर वह झूठी शिकायत की बात स्वीकार कर ली और उसने जो जमीन बिल्डर से क्रय की थी उसे बगैर पैसे दिए हड़पना बताया।इसके पूर्व में भी यह महिला और उसका पति इसी थाना में एक झूठी शिकायत किये थे।जिसमे उस समय के तत्कालीन थाना प्रभारी शांत कुमार साहू ने जांच कर शिकायत को झूठी पाए थे।उस समय भी बिल्डर पक्ष ने अपने बचाव में सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराकर अपने आप को निर्दोष साबित किये।कही ना कही महिला होने और उन अधिकारों का गलत उपयोग कर बिल्डर की छवि को धूमिल करने वाले इस तथाकथित महिला और उसके पति के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है।ऐसी कार्रवाई से उन महिलाओं को भी एक सबक मिलेगा जो अपने अधिकारों का गलत उपयोग कर पुलिस पर बेजा दबाव बनाकर एक बेगुनाह को गुनाहगार बनाते है और गंभीर आरोप लगाकर उसे सलाखों तक ले जाते हैं।

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