कोलवाशरी की वजह से किसानों की फसल हो रही बर्बाद,अन्नदाताओं ने कहा- नहीं मिला न्याय तो आत्महत्या करने की नौबत आ जायेगी

देश का पेट पालने वाले किसानों को हर बार परिस्थितियों के साथ युद्ध करना पड़ता है देशभर का पेट पालने वाले किसानों को अगर आत्महत्या की बात करनी पड़े तो इससे बुरी चीज और कोई नहीं हो सकती है ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के न्यायालय बिलासपुर में देखने को मिला है,जहां किसान लंबे समय से कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं। बिलासपुर शहर से लगे लोखंडी क्षेत्र में स्थित कोलवाशरी की वजह हर साल फसल बोने के बाद कलेक्टर और अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ते हैं, क्योंकि वहां पर मौजूद कोलवाशरी की वजह से हर साल उनकी फसल बर्बाद हो जाती है।वाशरी से निकलने वाला गंदा धुआं और पानी और वहां आने वाले ट्रकों की गंदगी के वजह से आसपास के सैकड़ों खेतों के फसल हर साल बर्बाद हो जाते हैं, और इस पर भी जब फसल पकने की कगार में है.. तब लोखंडी के किसानों को फसल बर्बाद होने का डर सताने लगा है और कई लोगों के तो फसल बर्बाद भी हो चुके हैं।इसलिए आज कुछ किसान एक बार फिर बिलासपुर कलेक्ट्रेट अपनी फरियाद को लेकर पहुंचे थे.. किसानों का कहना है कि.. कोलवाशरी की वजह से हर साल उनका फसल बर्बाद हो जाता है.. जिसके बाद किसी भी मंडी में फसल नहीं बिकने की वजह से उन्हें आर्थिक हानि का बोझ उठाना पड़ता है। इस विषय में पिछले कई सालों से शिकायत की जा रही है लेकिन आज तक किसी भी प्रकार का न्याय उन्हें नहीं मिल पाया है अगर ऐसे ही हालात रहे तो उन्हें मजबूरन आत्महत्या करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आ रहा है।

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