प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज, रेस्क्यू ऑपरेशन में लापरवाही के आरोप.…
बिलासपुर-बिलासपुर रायपुर हाईवे सरगांव के निकट धमनी गांव स्थित कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड में हुए हादसे के बाद पुलिस ने प्लांट प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। प्लांट इंचार्ज अमित केड़िया, ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद और अन्य प्रबंधकों पर दुर्घटना और उपेक्षापूर्ण कार्य करने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस इस हादसे की विस्तृत जांच में जुटी है।
लगभग 30 घंटे से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद प्रशासन को सफलता नहीं मिल पाई है। शुक्रवार शाम 6 बजे तक मलबे में दबे कंटेनर को हटाने में कोई प्रगति नहीं हो सकी। साइलो स्ट्रक्चर फेलियर जैसी गंभीर लापरवाही के बाद रेस्क्यू कार्य में भी लापरवाही के आरोप सामने आए हैं। बिना सुरक्षा उपकरणों के श्रमिकों से काम लिया जा रहा है, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में है।
मलबे में फंसे इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों ने प्लांट प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि घटना के बाद परिजनों को सूचना नहीं दी गई और प्रबंधन एवं प्रशासन उन्हें गुमराह करते रहे। परिजनों के अनुसार, जयंत बिना सुरक्षा उपकरणों के काम करने की बात घर पर बताया करते थे। जयंत के दो मासूम बच्चे हैं और परिवार में कमाने वाला कोई अन्य सदस्य नहीं है। परिजनों ने सरकार से परिवार की परवरिश की मांग की है और जयंत की पत्नी को नौकरी देने की अपील की है। जयंत बिलासपुर के सरकंडा में किराए के मकान में रहते थे।