जिले में उत्साह और हर्षाेल्लास के साथ मनाया गाया हरेली तिहार,शिवतराई के गौठान में आयोजित हुआ जिला स्तरीय कार्यक्रम,छत्तीसगढ़ महतारी के साथ कृषि यंत्रों की हुई पूजा,गौमूत्र खरीदी योजना का आगाज, पहले दिन 38 लीटर खरीदी
बिलासपुर –प्रदेश का पहला पारम्परिक त्यौहार हरेली पर्व आज गुरुवार को प्रदेश सहित जिले में भी उत्साह उमंग हर्षाेउल्लास के साथ मनाया गया। हरेली त्यौहार पर जिले के गौठानों मे आयोजित विविध पारम्परिक आयोजनों ने त्यौहारो में एक नया रंग भर दिया।
कोटा विकासखण्ड के ग्राम शिवतराई के गौठान में जिला स्तरीय हरेली महोत्सव का आयोजन किया गया। यहां छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा के साथ कृषि यंत्रों की पूजा की गई। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्टॉल भी लगाया गया था।
जहां चीला, चौसेला, फरा, अइरसा सहित अन्य व्यंजनों का स्वाद भी लोगों ने लिया। हरेली उत्सव के अवसर पर अतिथियों के द्वारा पौधरोपण भी किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार प्रदेश में छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान और अस्मिता को ध्यान में रखते हुए यहां के तीज, त्यौहारों, पर्वांे को एक अलग रूप में मनाकर संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं और एक नयी पहचान बना रहे है।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान जिला पंचायत सी.ई.ओ जयश्री जैन ने विक्रेताओं से गौमूत्र की खरीदी कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। कार्यक्रम में कोटा एसडीएम सूरज कुमार साहू, जनपद पंचायत कोटा के सी.ई.ओ. हरिओम द्विवेदी, कोटा कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष संदीप शुक्ला सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौजूद रहे।
गौठान समिति के अध्यक्ष गौरीशंकर सिरसो ने बताया कि सरकार द्वारा 4 रुपये प्रति लीटर की दर से गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। इस खरीदी से न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी बल्कि खेतों में हानिकारक रासायनों के प्रयोग में कमी आएगी। शिवतराई के गौठान में गौरीशंकर सिरसो, रामकलीबाई, मोंगराबाई तथा भगवती बाई ने साढ़े 24 किलो गोमूत्र बेचा। सभी ने ख़ुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किए गए इस अभिनव पहल की सराहना की।
शिवतराई गौठान के नोडल अधिकारी डॉ रघुवंशी ने बताया कि गौठान में खरीदी किए गए गोमूत्र से जीवामृत और ब्रह्मास्त्र बनाए जाएंगे। जीवामृत के छिड़काव से पौधे में वृद्धि होगी। इसी प्रकार नीम, धतूरा, बेसरम, ऑक, तथा सीताफल और गोमूत्र के मिश्रण से ब्रम्हास्त्र बनाया जाएगा। इसका प्रयोग खेतों में कीटनाशक के रूप में किया जाएगा।गोमूत्र से बने जीवामृत और ब्रम्हास्त्र के प्रयोग से जैविक खेती को प्रोत्साहन मिलेगा। इसी प्रकार बिल्हा विकासखण्ड के पौंसरी गौठान में भी गौमूत्र खरीदी की गई। दोनों गौठानों में आज पशुपालकों से 38 लीटर गौमूत्र की खरीदी की गई। पौंसरी गौठान में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पर्यटन मण्डल के अध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री प्रमोद नायक, कृषि उपज मंड़ी के अध्यक्ष श्री राजेन्द्र शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
स्व सहायता समूह की महिलाओं ने लगाया स्टॉल –
हरेली तिहार के अवसर पर महिला स्व सहायता समूह द्वारा गौठानों व घरों में निर्मित सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी खाद निर्माण, बकरी पालन, बत्तख पालन, सब्जी उत्पादन, दोना पत्तल निर्माण, चारागाह विकास, मछली पालन सहित विभिन्न आजीविका गतिविधियां संचालित की जा रही है।हरेली महोत्सव में लोगों ने गेड़ी चड़कर, नारियल फेंककर, फुगड़ी सहित भौंरा-बाटी खेलकर आनंद लिया।
स्कूलों में आयोजित की गई पारम्परिक प्रतियोगिताएं –
स्कूलों में भी हरेली पर्व के अवसर पर पूजा-अर्चना के साथ पारम्परिक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। बच्चों ने इस अवसर पर गेड़ी चढ़कर, नारियल फेंककर, फुगड़ी सहित भौंरा-बाटी खेलकर आनंद लिया। कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने हरेली पर्व के अवसर पर लोगों के समृद्धि की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी।