अपने जीवन के खट्ठे मीठे यादों को पहुना कार्यक्रम में आईजी ने किया पत्रकारों से साझा

बिलासपुर आईजी रतनलाल डांगी बिलासपुर प्रेसक्लब के द्वारा आयोजित कार्यक्रम हमर पहुना में शामिल होने पहुँचे । इस दौरान आईजी डांगी ने अपने जीवन के कई खट्टे मीठे यादों को पत्रकारों से साझा किया । उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष को बताते हुए कहा कि वो पहले एक शिक्षक के रूप में फिर तहसीलदार और फिर बाद में एक आईपीएस ऑफिसर होने के सफर को तय किया है ।

उन्होंने अपना लक्ष्य तय किया और वो निरन्तर आगे बढ़ते चले गए । पुलिसिंग के दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सफर तय करना पड़ा लेकिन जीवन के चुनौतियों को उन्होंने एक चैलेंज के रूप में लिया और जिंदगी की सफ़र चलती रही । रतनलाल डांगी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि ना सिर्फ पुलिस को अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए बल्कि आम आदमी भी जागरूक हों और बेहतर पुलिसिंग को लेकर सहयोग करें । बिलासपुर आई जी ने अपने फिटनेस अभियान को बहुत ही सकारात्मक बताया और कहा कि फिटनेस को लेकर उन्हें काफी सराहना मिल रही है और युवा काफी प्रेरित होकर बेहतर रेस्पॉन्स कर रहे हैं । आईजी डांगी ने कहा कि कोरोनाकाल ने पुलिस के प्रति बनी नकारात्मक छवि को ध्वस्त किया है और सबने पुलिस के उस छवि को देखा और सराहा है जब पुलिस अपनी जान की परवाह किये बगैर परोपकार के कामों में जुटी दिखी । यूथ आइकॉन बन चुके आईजी डाँगी ने कहा कि युवाओं को अपने लक्ष्य से टस से मस नहीं होना चाहिए । हमें हमारे लक्ष्य के बीच आ रहे तमाम बाधाओं को समझकर सिर्फ और सिर्फ टारगेट ओरिएंटेड होना चाहिए।।

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