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माइनिंग विभाग की उदासीनता के चलते जिले में धड़ल्ले से हो रहा मुरूम गिट्टी का अवैध उत्खनन
अनुपम अवस्थी की कलम से
कोंडागांव जिले से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर बसे ग्राम बम्हनी में नवनिर्मित स्कूल बिल्डिंग के ठेकेदार की खनिज विभाग की उदासीनता के चलते इतनी मनमानी बढ़ गई कि बेखौफ हो गांव के जंगल से लगे जमीन पर अवैध मुरुम मिट्टी उत्खनन करते उक्त जमीन को 20 फिट की खाई में तब्दील कर दिया, ज्ञात हो कि इस प्रकार के लापरवाही पूर्वक खोदे गए बड़े गड्डो खाइयो में पहले भी मवेशी व मासूम बच्चे गिर कर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके है। बावजूद लगातार इस प्रकार की लापरवाही क्षेत्र में देखने को मिल रही है,स्कूल भवन ठेकेदार द्वारा बकायदा जेसीबी व चार ट्रैक्टर लगाकर मनमाने तरीके से गाँव के सरहद में लगे जंगल जमीन से अवैध मुरूम निकाला जा रहा है।
जिससेे उक्त स्थल पर लगभग 20 फीट की खाई बन चुकी है,जो आने वाले समय में गांव के मवेशियों, बच्चों व ग्रामीण जनों के लिए मौत की खाई साबित हो सकती है।जिले में खनिज विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार मिलकर सुनियोजित तरीके से डीएमएफ को भारी नुकसान पहुंचा रहे।यही कारण है कि जब भी किसी जागरूक नागरिक के द्वारा खनिज अधिकारी को मामले की जानकारी दी जाती है तो उनका एक ही जवाब रहता है, कि स्टाफ अभी नहीं है और वह बाहर है।विभागीय उदासीनता के चलते कहीं न कहीं इन अवैध उत्खनन करने वाले ठेकेदारों को माइनिंग विभाग का संरक्षण मिलता साफ नजर आता है।जिसके चलते डीएमएफ फंड में राजस्व अर्जन भी कम हो रहा व शासन को चुना लगाया जा रहा है।
जिले में वन विभाग जरूर मुस्तैद नजर आ रहा है ,लगातार अवैध उत्खनन पर सतर्क हो वन अमला कार्यवाही भी कर रहा है, वहीं माइनिंग विभाग जिले में चल रहे अवैध उत्खनन के मामलों में हमेशा से ही कार्यवाही करने से बचता रहा है ।ज्ञात हो कि जंगल जमीन के दोहन व अवैध उत्खनन के मामलो में वन विभाग ने लगातार कार्यवाही करते अवैध मुरूम खनन व गिट्टी उत्खनन पर सख्त कार्यवाही लगातार जारी है !वही माइनिंग विभाग लगातार हो रहे उत्खनन व उन्हें अवैध उत्खनन की जानकारी होने के बावजूद भी विभागीय उदासीनता के चलते अपने कर्तव्य में फिसड्डी साबित हो रहा है।